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Thursday, September 19

मंगलुरु ऑटो ब्लास्ट में घायल मोहम्मद शरीक ही आरोपी:मैसूर स्थित मकान पर पुलिस की रेड

अभिनव न्यूज।
बेंगलुरु: कर्नाटक के मंगलुरु में शनिवार को एक ऑटो में हुए ब्लास्ट मामले में आरोपी की पहचान कर ली गई है। आरोपी का नाम मोहम्मद शरीक है और वह 24 साल का है। दरअसल, धमाके में ऑटो ड्राइवर और एक पैसेंजर घायल हो गए थे। जांच में पुलिस को पता चला कि यह पैसेंजर मोहम्मद शरीक है, जिस पर पहले से ही टेरर लिंक के कई केस चल रहे हैं। मंगलुरु ब्लास्ट भी उसी ने किया है।

रविवार को पुलिस के फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी डिवीजन मैसूर के पास मदहल्ली में शरीक के घर पहुंची, जो उसने किराए पर लिया था। यहां से टीम को विस्फोटक बनाने का सामान मिला है। इसमें जिलेटिन पाउडर, सर्किट बोर्ड, बैटरी, मोबाइल, लकड़ी का चूरा, एल्यूमीनियम मल्टी मीटर, तार, बोल्ट और प्रेशर कुकर शामिल हैं।

टीम को उसके घर से दो फर्जी आधार कार्ड, एक फर्जी PAN कार्ड और एक FINO डेबिट कार्ड मिला है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी और विस्फोटक बनाने की तैयारी में था। उसने यह घर पिछले महीने किराए पर लिया था। मकान मालिक को उसने बताया था कि वह मोबाइल रिपेयरिंग की ट्रेनिंग लेने के लिए शहर में आया है।

शरीक को इससे पहले मंगलुरु की दीवारों पर आतंक भरे संदेश लिखने के लिए UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया था। वह इस केस में जमानत पर बाहर था।

चुराया हुआ आधार कार्ड लेकर ब्लास्ट करने आया था शरीक
इधर, ब्लास्ट वाली जगह से पुलिस ने एक आधार कार्ड बरामद किया था। यह आधार कार्ड हुबली जिले के रहने वाला प्रेमराज हुतागी का है, जो भारतीय रेलवे के बेंगलुरु डिवीजन में कार्यरत हैं। पुलिस के मुताबिक, मोहम्मद शरीक ने ये कार्ड चुराया था। पुलिस ने प्रेमराज से पूछताछ भी की है। प्रेमराज ने बताया कि उसका आधार दो बार गुम हो चुका है, हालांकि उसने इसकी रिपोर्ट नहीं की थी।

आधार कार्ड वाले शख्स ने क्या कहा?
भारतीय रेलवे के बेंगलुरु डिवीजन में कर्मचारी प्रेमराज ने बताया कि उनका आधार कार्ड पिछले दो साल में दो बार खो चुका है, लेकिन उन्हें पता नहीं था कि यह कहां खोया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कार्ड खोने की सूचना नहीं दी, क्योंकि उनके पास यूनीक आईडी (UID) थी, जिसके जरिए उन्होंने दूसरा कार्ड प्रिंट करवा लिया।

उन्होंने बताया कि घटना के बाद करीब 7.30 बजे मेरे पास पुलिस का फोन आया। उन्होंने मुझसे पूछा कि मेरा आधार कार्ड कहां खोया था। उन्होंने मुझसे मेरे माता-पिता के बारे में भी पूछा। मैंने अपनी फोटो समेत सारी जानकारी पुलिस को दे दी। इसके बाद पुलिस ने मुझे बताया कि मंगलुरु में जहां ब्लास्ट हुआ, वहां मेरा आधार कार्ड मिला है। प्रेमराज ने कहा कि मेरा इस वारदात से कोई लेना-देना नहीं है। मुझे तो पुलिस से ही इस घटना की जानकारी मिली।

राज्य सरकार ने ब्लास्ट को आतंकी हमला बताया था
इससे पहले कर्नाटक के DGP प्रवीण सूद ने रविवार सुबह बताया था कि यह एक नॉर्मल विस्फोट नहीं, बल्कि आतंकी हमला था। उन्होंने कहा कि यह हमला बड़ा नुकसान पहुंचाने के इरादे से किया गया था। कर्नाटक के होम मिनिस्टर अरागा ज्ञानेंद्र ने भी आतंकी हमले की आशंका जताई थी।

शनिवार शाम करीब 5 बजे हुआ था विस्फोट
मंगलुरु के कांकनाड़ी थाना क्षेत्र में शाम करीब पांच बजे एक ऑटो रिक्शा में धमाका हुआ था। हादसे का CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि एक इमारत के पास काम चल रहा है। यहीं पर एक ऑटो रिक्शा रुका और उसमें तेज धमाका हो गया। सूत्रों के मुताबिक, एक यात्री ने रिक्शा में बैग रखा था। इसी बैग में विस्फोटक सामग्री यानी बम रखा गया था।

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