अभिनव न्यूज, नेटवर्क। मंत्री या विधायक बनने के बाद सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग की बातें हमेशा सामने आती रही हैं। लेकिन भजन लाल सरकार के एक मंत्री ने बड़ा उदाहरण पेश किया है। वनमंत्री संजय शर्मा ने सरकारी गाड़ी और पीएसओ (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) को लौटा दिया हैं। वहीं क्षेत्र में पुलिस एस्कॉर्ट लेने से भी मना कर दिया हैं। शर्मा 2018 में जब पहली बार विधायक बने थी, तब भी उन्होंने सरकारी गनमैन नहीं लिया था।
शर्मा बिना किसी तामझाम के सचिवालय से आते है। अगर उन्हें फील्ड में जाना है तो भी वे अपनी पर्सनल कार से ही जाते हैं। संजय शर्मा ने 17 जनवरी को भजनलाल सरकार में मंत्री पद संभाला था। जिसके बाद उन्हें सरकारी गाड़ी व पीएसओ मिला था। जिसे उन्होंने 4 फरवरी को सरकार को लौटा दिया। संजय शर्मा अलवर शहर से दूसरी बार विधायक चुने गए है।
अब तक लगा चुके हैं 25 पौधे, सीट पर पहले मां को बैठाया
शर्मा लगातार अपने कामों से सभी को प्रभावित कर रहे हैं। विभाग का जिम्मा संभालने के बाद उन्होंने रोज एक पौधा लगाने क संकल्प लिया था। अब तक वे 25 पौधे लगा चुके हैं। यही नहीं जब उन्होंने मंत्री पद का कार्यभार ग्रहण किया था, तब सबसे पहले अपनी मां को सीट पर बैठाकर सभी को बड़ों का सम्मान करने का संदेश दिया था।
केवल छह विधायकों ने नहीं लिया था गनमैन
पूर्ववर्ती सरकार के समय 2018 से 2023 तक केवल छह विधायक ऐसे थे, जिन्होंने गनमैन नहीं लिया था। इनमें संजय शर्मा के अलावा राजेन्द्र पारीक, भरत सिंह कुंदनपुर, सिद्धि कुमारी, ज्ञानचंद पारख और खुशवीर सिंह जोजावरपिल थे।