बीकानेर | के लूणकरनसर में एक वर ने महज एक रुपया और नारियल लेते हुए दहेज मुक्त शादी करने का अच्छा उदाहरण पेश किया है। पिछले दिनों हुए विवाह में एक नहीं बल्कि तीन दूल्हों ने अपनी दुल्हनों के साथ फेरे तो खाए लेकिन दहेज के रूप में कुछ भी लेने से इनकार कर दिया।
बीकानेर के गांव तेजरासर निवासी गोपाल राम जाखङ के दो पौत्र अनिल व प्रेम तथा 22 केवाईडी खाजूवाला के संतराम पूनिया ने अपने पुत्र मोहन की शादी लूणकरणसर के गांव भीखनेरा निवासी काशीराम धतरवाल व पूर्व सरपंच फूसीदेवी धतरवाल की पौत्री संगीता, सुमन व मंजू के साथ बीकानेर में की। शादी में वर-वधू पक्ष ने आपसी सहमति से समाज की कुरीतियां मिटाने और शादी समारोह को पूर्णतया नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया और इसे पूरा भी किया।
वर पक्ष ने एक नई पहल की समारोह में
वर पक्ष की ओर से दूल्हे व दुल्हन की ओर से गोपाल राम जाखड़ व पतराम पूनियां ने दहेज लेने व देने से इंकार कर दिया। दहेज प्रथा खत्म करने की बात कहते हुए हाथ जोड़कर शादी में नेग के रूप में एक रूपया और एक नारियल लेने की बात रखी। तीनों परिवारों ने मिलकर इस प्रस्ताव को स्वीकृत किया और समाज को एक नई दिशा दी।
दूल्हे के दादा गोपालराम जाखड् ने कहा कि समाज में अनेक कुरीतियों को जड़ से खत्म करने की आवश्यकता है। दोनों पक्षों के इस प्रयास से समाज में जागृति आएगी उन्होंने सभी से इस सकारात्मक सोच को अपनाने का आह्वान किया। वहीं मोहन के ताऊ संतराम पूनियां ने भी दहेज हर हाल में खत्म करने की आवश्यकता जताई।