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Thursday, September 19

दुनिया पर मंडराया मारबर्ग वायरस का खतरा, शरीर से पसीने की तरह निकलने लगता है खून, WHO ने बुलाई आपात बैठक

अभिनव न्यूज
जिनेवा:
दुनिया अभी कोरोना वायरस के कहर से उबरी भी नहीं है कि एक और खतरनाक वायरस मारबर्ग ने चिंता बढ़ा दी है. इस मारबर्ग वायरस से अफ्रीकी देश इक्वेटोरियल गिनी में अब तक कम से कम 9 लोगों की मौत हो चुकी है. इबोला से मिलते-जुलते इस बेहद घातक वायरस के लिए कोई वैक्सीन मौजूद नहीं है. ऐसे में इसे रोकने के लिए प्रभावित इलाकों में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है

इस नए वायरस ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की भी चिंता बढ़ा दी है और उसने इसे लेकर एक आपात बैठक बुलाई है. संयुक्त राष्ट्र की इस स्वास्थ्य एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन ‘इक्वेटोरियल गिनी में नए मारबर्ग वायरस के प्रकोप पर चर्चा करने के लिए मारबर्ग वायरस वैक्सीन कंसोर्टियम (MARVAC) की एक तत्काल बैठक बुलाएगा.” संगठन ने इसके साथ ही बताया कि यह बैठक भारतीय समयानुसार मंगलवार शाम 7:30 बजे (1400 जीएमटी) होगी

कितना खतरनाक है मारबर्ग वायरस
दरअसल WHO के मुताबिक, मारबर्ग एक बेहद घातक वायरस है, जो चमगादड़ों से लोगों में पहुंचता है और फिर एक व्यक्ति से दूसरे में फैल जाता है. इससे संक्रमित व्यक्ति को रक्तस्रावी बुखार (Haemorrhagic Fever) आता है और धीरे-धीरे उसकी स्थिति गंभीर हो जाती है. डब्ल्यूएचओ ने बताया कि अब तक सामने मिले मरीज़ों में से 88 फीसदी की मौत हो गई

विश्व स्वास्थ्य संगठन की अफ्रीका ईकाई के निदेशक डॉ. मतशिदिसो मोइति ने बताया, ‘मारबर्ग वायरस बहुत ज्यादा संक्रामक है, जो कि इबोला वायरस की फैमिली से ही संबंध रखता है. यह वायरस इंसानों में फ्रूट बैट से पहुंचा है और इससे संक्रमित लोगों की मृत्यु दर 88 प्रतिशत है. इस वायरस से संक्रमित होने के बाद अचानक लक्षण दिखने शुरू होते हैं

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