अभिनव न्यूज, बीकानेर। “क्या आप लोन लेना चाहते हैं?” अज्ञात नंबर से कॉल करने वाले के इस सवाल का जवाब हां में देते ही आप परेशानी में फंस सकते हैं। न तो ओटीपी बताना है और न ही कुछ और गोपनीय सूचना देनी है। आप अगर अपने कागजात भी सोशल मीडिया से भेज देते हैं तो बैंक खाता खाली हो सकता है। बीकानेर के गंगाशहर में रहने वाले एक व्यापारी के साथ ऐसा ही हुआ। उसने व्हाट्सएप पर अपने आईडी प्रुफ भेजे थे और कुछ ही देर में मोबाइल पर बैंक से रुपए निकलने के एक के बाद एक मैसेज आने शुरू हो गए। एक लाख नब्बे हजार रुपए निकाल लिए गए। दरअसल, बीकानेर के गंगाशहर स्थित पुराने बस स्टेंड पर बालाजी ट्रेडिंग कंपनी संचालित करने वाले ओम प्रकाश जाखड़ के पास लोन के लिए फोन आया।
मूल रूप से नोखा के सलूंडिया गांव के रहने वाले चालीस वर्षीय ओमप्रकाश ने लोन के लिए हां कह दिया। कॉलर ने उन्हें व्हाट्सएप पर अपने आईडी प्रुफ भेजने के लिए कहा। आधार कार्ड, पेन कार्ड सहित कुछ कागजात उस पर भेज दिए गए। इसके कुछ देर बाद ही 18 हजार 650, 37 हजार 732 और एक लाख रूपए निकाले गए। बार-बार हुए ट्रांजेक्शन में एक लाख नब्बे हजार 894 रुपए निकल गए। खाते में रुपए ट्रांजेक्शन करवाए गए। अब जाखड़ ने गंगाशहर पुलिस थाने में रिपोर्ट दी है, जिसके आधार पर छानबीन की जा रही है।