Welcome to Abhinav Times   Click to listen highlighted text! Welcome to Abhinav Times
Sunday, November 24

सबसे बड़ा कमर्शियल कॉम्प्लेक्स:पुरानी जेल की जमीन पर बनेगा मल्टीपल कमर्शियल कॉम्प्लेक्स..

200 करोड़ की लागत आएगी, 1791 दुकानें, एंटरटेनमेंट जोन भी

अभिनव टाइम्स बीकानेर में पुरानी जेल की जमीन पर 200 करोड़ रुपए की लागत से सबसे बड़ा मल्टीपल कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा जिसके तीन टॉवर में 1791 दुकानें होंगी। कॉम्प्लेक्स में एंटरटेनमेंट जोन भी होगा। बीछवाल में नई जेल बनने के बाद से शहर के बीचो बीच पुरानी जेल का लगभग 22 हजार वर्ग गज एरिया यूआईटी के पास है। इस बेशकीमती जमीन पर 13 सालों से बड़ा प्रोजेक्ट शुरू करने की प्लानिंग हो रही है। अब यूआईटी ने इस जमीन पर 11,10845 स्क्वेयर मीटर बिल्टअप एरिया में सबसे बड़ा मल्टीपल कामर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाने की तैयारी कर ली है।

इस कॉम्प्लेक्स के तीन टॉवर में 1791 दुकानें बनाई जाएंगी। दो टॉवर छह-छह मंजिल और एक टॉवर सात मंजिल का होगा। इनके अलावा एक गोल टॉवर भी बनाया जाएगा। दो बड़े ब्लॉक होंगे जहां व्यवसायियों के लिए ऑफिस और कांफ्रेंस हॉल बनाए जाएंगे। इसके अलावा परिसर में बड़ा एंटरटेनमेंट जोन भी होगा। पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 200 करोड़ रुपए खर्च होंगे और सारा काम डिजाइन फायनेंस बिल्ट ऑपरेट ट्रांसफर (डीएफबीओटी) से होगा।

यानी जिस फर्म के नाम टेंडर होगा वो सारा काम कंम्पलीट कर यूआईटी को सौंपेगी। टेंडर होने के बाद एक साल में काम पूरा करना होगा। सचिव नरेन्द्रसिंह राजपुरोहित ने बताया कि यूआईटी ने डीपीआर तैयार कर ली है जिसे कलेक्टर की मंजूरी के बाद टेंडर किए जाएंगे। शहर की जनता को सबसे बड़ा काम र्शियल काम्पलेक्स के साथ ही एंटरटेनमेंट जोन भी मिलेगा।

कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में क्या होगा : रिटेल मार्केट प्लाजा, ज्वेलरी मार्केट, फूड प्लाजा, रूफटॉप रेस्टोरेंट, रेडीमेड गारमेंट मार्केट, एंटरटेनमेंट जोन, सड़कें, पार्किंग, लॉन

जेल भूमि को डेवलप करने पर ही खर्च कर दिए 5 करोड़ रुपए
पुरानी जेल को डिस्मेंटल करने से लेकर वहां सड़कें, सर्किल, सौन्दर्यीकरण पर यूआईटी अब तक करीब पांच करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है और आमदनी एक रुपया भी नहीं हुई। पूर्व में इस जमीन को चार भागों में बांटकर संस्थाओं को देने की प्लानिंग हुई। गोल्डन मार्केट, शॉपिंग मॉल और कन्वेंसिंग सेंटर खोलने की योजना बनी। जमीन बेचकर कमाई करने पर भी विचार किया गया, लेकिन खरीदार ही नहीं मिले। अब एक बार फिर नए सिरे से कॉम्प्लेक्स बनाने की मशक्कत शुरू की गई है।

पुरानी जेल की जमीन का व्यावसायिक उपयोग किया जाएगा। यूआईटी ने प्रोजेक्ट तैयार किया है जिसे जल्दी ही अंतिम रूप दिया जाएगा। इससे रेवेन्यू तो मिलेगा ही, शहर की जनता के लिए खरीदारी की हर जरूरत पूरी होगी। – भगवती प्रसाद कलाल, कलेक्टर

Click to listen highlighted text!