Welcome to Abhinav Times   Click to listen highlighted text! Welcome to Abhinav Times
Friday, November 15

जाट-गुर्जर को MBBS फीस में मिलेगी छूट:सरकारी मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स को फायदा; कुल 87 जातियां शामिल

अभिनव न्यूज
जयपुर:
सरकारी मेडिकल कॉलेजों में ओबीसी और एमबीसी वर्ग के स्टूडेंट्स को राज्य सरकार फीस में बड़ी छूट देने की तैयारी कर रही है। दोनों वर्ग के स्टूडेंट्स को सालाना लगने वाली ट्यूशन फीस पूरी तरह से माफ होगी। यह छूट ओबीसी व एमबीसी वर्ग के उन स्टूडेंट्स को मिलेगी जो नोन-क्रीमीलेयर श्रेणी में आते हैं। ओबीसी में जाट, कुमावत, माली, यादव, चारण सहित 82 जातियां शामिल हैं जबकि एमबीसी में गुर्जर, रैबारी, बंजारा सहित 5 जातियां आती हैं।

यदि किसी परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपए से कम है तो उस परिवार को नॉन क्रीमीलेयर की श्रेणी में रखा जाएगा। यानी 8 लाख से कम आय वर्ग वाले परिवार के स्टूडेंट्स को ट्यूशन फीस में छूट का फायदा मिलेगा। अगर किसी परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपए से अधिक है तो उस परिवार को क्रीमीलेयर की श्रेणी में रखा जाएगा। ऐसे परिवार के स्टूडेंट को फीस में छूट का फायदा नहीं मिलेगा।

ओबीसी व एमबीसी वर्ग के स्टूडेंट्स को फीस में छूट देने के लिए मेडिकल एजुकेशन विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। फीस में छूट का प्रस्ताव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेज दिया गया है।

मेडिकल एजुकेशन विभाग के प्रमुख सचिव टी. रविकांत का कहना है कि सीएम की मंजूरी के बाद इसे कैबिनेट की मीटिंग में रखा जाएगा। उधर, विभाग के अफसरों का कहना है कि यह प्रस्ताव सीएमओ के निर्देश पर ही तैयार किया गया है। इसे जल्दी ही मंजूरी मिलने की संभावना है।

6 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मिलेगी छूट

जिन सरकारी मेडिकल कॉलेजों में ओबीसी और एमबीसी वर्ग के स्टूडेंट्स को छूट मिलने जा रही है, उनमें 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। इनमें जयपुर का एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जोधपुर का डॉ. संपूर्णानंद मेडिकल कॉलेज, बीकानेर का सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज, कोटा का गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अजमेर का जेएलएन मेडिकल कॉलेज और उदयपुर का आरएनटी मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।

इन मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले ओबीसी और एमबीसी वर्ग नॉन क्रीमीलेयर स्टूडेंट्स को सालाना 60,800 रुपए की ट्यूशन फीस माफ होगी।

राज्य सरकार ने पिछले दिनों सरकारी मेडिकल कॉलेजों और राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसाइटी के अधीन चल रहे कॉलेजों में गवर्नमेंट सीटों की फीस एक समान निर्धारित कर दी थी।

इसके अनुसार ट्यूशन फीस 60,800 रुपए तय की गई थी। ऐसे में यह तय है कि जैसे ही मेडिकल एजुकेशन विभाग के प्रस्ताव पर कैबिनेट की मुहर लगेगी ओबीसी-एमबीसी के स्टूडेंटस को ट्यूशन फीस में छूट मिलनी शुरू हो जाएगी।

एससी-एसटी, ईडब्लूएस और महिलाओं को छूट पहले से

सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एससी-एसटी, ईडब्ल्यूएस और गर्ल्स स्टूडेंट्स को सरकार पहले से ही ट्यूशन फीस की छूट दे रही है।

गर्ल्स स्टूडेंट्स और एससी-एसटी वर्ग के स्टूडेंट्स को तो यह छूट काफी पहले से मिल रही थी, लेकिन जब से ईडब्ल्यूएस की नई कैटेगरी बनी सरकार ने इस वर्ग को भी एमबीबीएस की पढ़ाई में ट्यूशन फीस में छूट पिछले साल 30 सितंबर से देना शुरू कर दिया था।

ओबीसी-एमबीसी वर्ग की लंबे समय से चल रही थी मांग

एससी–एसटी वर्ग को फीस में छूट मिलने के कारण ओबीसी और एमबीसी वर्ग भी लंबे समय से फीस में छूट की मांग कर रहा था। 30 सितंबर को ईडब्ल्यूएस को जैसे ही सरकार ने छूट की घोषणा की यह मांग तेज हो गई थी।

उधर, गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने भास्कर को बताया कि जब दूसरे वर्गों को फीस में छूट दी जा रही है तो ओबीसी-एमबीसी वर्ग को भी छूट मिलनी ही चाहिए। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी की यात्रा जब राजस्थान में प्रवेश करने वाली थी तब हमने विभिन्न मांगों को लेकर चेतावनी दी थी।

उस वक्त हमारी ये भी मांग थी कि एमबीसी और ओबीसी के स्टूडेंट्स को एमबीबीएस की ट्यूशन फीस में छूट मिलनी चाहिए। इस पर हमारा सरकार के साथ लिखित समझौता भी हुआ था। बैंसला ने कहा कि हमारी मांग की वजह से ओबीसी स्टूडेंट्स को भी फायदा मिलेगा।

सरकारी मेडिकल कॉलेजों में अभी फीस स्ट्रक्चर इस प्रकार है

ट्यूशन फीस (वार्षिक) : 60,800

एडमिशन फीस (वन टाइम) : 17,700

कॉशन मनी (वन टाइम) : 7,500

स्पोट्‌र्स फीस (वार्षिक) : 14,700

इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड वेलफेयर फंड (वार्षिक) : 7,500

हॉस्टल मेंटीनेंस चार्जेज (सिंगल सीट) : 29,400

हॉस्टल मेंटीनेंस चार्जेज (डबल सीट) : 23,500

हॉस्टल मेंटीनेंस चार्जेज (ट्रिपल सीट) : 19,100

इलेक्ट्रिसिटी एंड वाटर चार्जेज (वार्षिक) : 10,300

(मेडिकल एजुकेशन विभाग की ओर से सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लिए निर्धारित फीस)

Click to listen highlighted text!