अभिनव टाइम्स | देश में भले ही मानसून अभी अटक गया हो, लेकिन राजस्थान में धीरे-धीरे नमी का स्तर बढ़ने लगा है। उदयपुर, कोटा संभाग के 9 जिलों में बारिश का दौर शुरू होने वाला है। 10 जून से इसकी शुरुआत होगी। राजस्थान में नमी का स्तर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। इससे बारिश की संभावना बढ़ जाती है। उधर, लू से राहत जरूर मिलेगी, पर उमस परेशान करेगी।
मानसून की गति पर लगा है ब्रेक
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा गोवा राज्य के नजदीक से होकर गुजर रही है। केरल के अलावा मानसून की एंट्री दक्षिण भारत के कर्नाटक, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर भारत के सभी राज्यों में हो चुकी है। 3 जून के बाद से मानसून की गति पर ब्रेक लगा है। अगले 1-2 दिन में इसके आगे बढ़ने की संभावना है।
कम नहीं हो रहा लू का असर
बुधवार को अधिकांश शहरों में मौसम पूरी तरह साफ रहा। अलवर, झुंझुनूं, फलौदी, गंगानगर, धौलपुर और करौली में लू का असर देखा गया। हनुमानगढ़, जालोर, सिरोही, नागौर, चूरू, जोधपुर, अजमेर में तापमान में 1 से लेकर 2.1 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज हुई।
जयपुर में भी तेज धूप ने परेशान किया। दिन का अधिकतम तापमान 41.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश में सबसे गर्म दिन गंगानगर और धौलपुर में रहा, जहां अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। अलवर में 1.6 डिग्री सेल्सियस बढ़कर पारा 45.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
प्री मानसून की बारिश
मौसम केंद्र जयपुर के मुताबिक, कोटा, उदयपुर संभाग में 10 जून से प्री-मानसून की बारिश का दौर शुरू होगा, जो 12 जून तक चलेगा। इस दौरान उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा के अलावा झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी और चित्तौड़गढ़ जिलों में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। दूसरी तरफ, पश्चिमी और उत्तरी राजस्थान में इस दौरान गर्मी का असर बना रहेगा। गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर, झुंझुनूं, जोधपुर, नागौर, जैसलमेर समेत पश्चिमी राजस्थान के अन्य जिलों में हीटवेव चल सकती है।