अभिनव न्यूज
कोटा। कोटा में एक नाबालिग घर से इसलिए निकल गई कि उसे इंस्टाग्राम पर चैटिंग के लिए टोक दिया गया। इस दौरान करीब 12 दिनों तक वह अपने बॉयफ्रेंड के पास रही। इधर, पुलिस मंगलवार देर रात उसे डिटेन किया। बुधवार को जब बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया और काउंसिलिंग की गई तो उसने बताया कि नाना-मामा उसे डांटते थे और पिटाई भी करते थे।
घटना महावीर नगर थाना क्षेत्र में 23 मार्च शाम करीब 4 बजे की है, जब नाबालिग चेटीचंड के जुलूस में जाने का कहकर निकली थी। अभी नाबालिग को बालिका गृह में रुकवाया गया है।
इंस्टा पर कोटा के युवक से हुई दोस्ती, घरवाले मोबाइल चलाने से टाेकते थे
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कनीज फातमा ने बताया कि 17 साल की नाबालिग 10वीं तक पढ़ी है। उसकी मां ने 15 साल पहले दूसरी शादी कर ली थी। उसके दो सौतेले भाई-बहन है। इसके बाद वह नाना के पास आकर रहने लगी।
काउंसिलिंग में नाबालिग ने बताया कि वह दिनभर मोबाइल में बिजी रहती थी। इस कारण से उसके नाना-मामा टोकते थे। करीब तीन साल पहले इंस्टाग्राम पर ही वह कोटा के एक युवक से कॉन्टैक्ट में आई थी। इसके बाद दोनों की बीच चैटिंग शुरू हुई। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों ने फोन पर बात शुरू की और इसके बाद दो से तीन बार मिले भी।
23 मार्च को भी वह फोन चला रही थी, इस पर मामा और नाना दो से तीन बार डांट लगा दी और मारपीट कर दी। इसी बात से नाराज होकर वह घर से निकल गई और अपने बॉयफ्रेंड के पास जा पहुंची। देर शाम तक जब वह घर नहीं लौटी तो परिजन थाने पहुंचे और गुमशुदगी दर्ज करवाई।
मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर नाबालिग को ढूंढा
23 मार्च को जब नाबालिग घर से निकली तो उसने अपने बॉयफ्रेंड को कॉल किया। वह उसे लेने आया और बाइक पर बैठा रेलवे कॉलोनी में बने उसके घर ले गया। यहां 12 दिनों तक उसके साथ रही। इधर, महावीर नगर थाने में गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस ने तलाश शुरू की। इसमें मानव तस्करी यूनिट को भी साथ में लिया। जब लोकेशन ट्रेस की तो मंगलवार को उसकी लोकेशन रेलवे कॉलोनी थाने में मिली। यहां पहुंचे तो नाबालिग अपने बॉयफ्रेंड के साथ थी।
नाबालिग को डिटेन कर बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया था, जहां उसने सारी घटना के बारे में बताया। समिति की अध्यक्ष ने बताया कि नाबालिग का मेडिकल हो चुका है और उसने परिजनों के साथ जाने से मना कर दिया है।