अभिनव न्यूज, बीकानेर। गोविंद जोशी की पुस्तक मुरधर री मठोठ राजस्थानी उपन्यास का आज लोकार्पण हुआ। लोकार्पण समारोह अजित फाउंडेशन बीकानेर में आयोजित किया गया । सुरभि साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थान बीकानेर की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सचिव राजस्थानी साहित्य अकादमी पृथ्वीराज रतनू ने पोथी के शब्द चित्रण ,परिदृश्य,एवम् संदेश को अद्भुत बताया।विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद् एवं पूर्व संयुक्त निदेशक शिक्षा ओमप्रकाश सारस्वत ने लेखक जोशी का परिचय देते हुए लेखनी की विशेषता को उजागर किया।
रवि पुरोहित ने इस पोथी को राजस्थानी उपन्यास के पूरे एक सौ बीस वर्ष पूर्ण होने पर लोकार्पित होने को राजस्थानी भाषा के लिए अनूठा संयोग बताया।अध्यक्षता करते हुए बुलाकी शर्मा ने राजस्थानी उपन्यास में पोथी को एक नया आयाम बताया। पुस्तक की परख लेखिका डॉ कृष्ण आचार्य ने प्रस्तुत करते हुए ग्रामीण क्षेत्र की ठेठ भाषा का उपयोग बताते हुए पुस्तक के हर पन्ने को खोला।संचालन रोहित बोडा ने किया कार्यक्रम के शुभारंभ पर सुरभि के सचिव दिनेश उपाध्याय ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए संस्थान की गतिविधियों की जानकारी दी।
आभार व्यक्त करते हुए डा मूलचंद वोहरा ने अपने विचार व्यक्त किए। संस्थान द्वारा सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में शहर के जाने-माने लेखक कवि साहित्यकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता राजाराम स्वर्णकार , प्रेम व्यास,पूर्व सरपंच श्रीगोपाल उपाध्याय,चिरंजीलाल पारीक ,राजेंद्र माकड़ ,मुरलीधर गोयल ,डॉ विष्णु जोशी एडवोकेट नरेंद्रशिंह यादव,रंगकर्मी जयदीप उपाध्याय ,चोरूलाल सुथार,सहित लोगों की उपस्थिति रही। साहित्यकार राजेंद्र स्वर्णकार स्वरचित छंद लय की राजस्थानी में सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी।