अभिनव न्यूज।
जयपुर: राजस्थान के 9 मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण-शिलान्यास का कार्यक्रम पोस्टपोंड हो गया है। PM नरेंद्र मोदी को आज प्रदेश के 4 मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण और 5 नए मेडिकल कॉलेजों का शिलान्यास करना था। प्रधानमंत्री कार्यालय से राजस्थान सरकार को वर्चुअल प्रोग्राम स्थगित करने की सूचना मिलने के बाद 9 जिलों के लोगों का इंतजार और लम्बा हो गया है। अब दोबारा कब यह कार्यक्रम तय होगा। PMO से ही डिसाइड होगा। फिलहाल राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसाइटी ने प्रदेश में इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है।
प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक PM नरेंद्र मोदी के वर्चुअल लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और राजस्थान के CM अशोक गहलोत, स्वास्थ्य मंत्री परसादीलाल मीणा को कार्यक्रम में जुड़ना था। इनमें धौलपुर, श्रीगंगानगर, चित्तौड़गढ़ और सिरोही मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया जाना था। इन चारों मेडिकल कॉलेजों का निर्माण इसी साल पूरा हुआ है। साथ ही बूंदी, सवाईमाधोपुर, करौली, बारां और झुंझुनूं में नए खुलने वाले मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी करना था। कार्यक्रम में इन जिलों के स्थानीय सांसद, मंत्री, विधायक, सम्भागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर,सीएमएचओ, पीएमओ जैसे अधिकारी भी समारोह स्थल पर मौजूद रहते।
”मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण-शिलान्यास कार्यक्रम गवर्नमेंट ऑफ इंडिया ने होल्ड किया है। कारण तो कुछ नहीं बताया है। वहां से एक ही लाइन लिखी हुई आई कि इसको पोस्टपॉन्ड/ होल्ड किया जाता है। अभी नई तारीख नहीं बताई है। हमने कल भी दिल्ली पता करवाया और परस्यू करवाया था। अभी वहां से कुछ इंफॉर्मेशन नहीं है।’– डॉ घनश्याम बैरवा, कमिश्नर, मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट,राजस्थान
400 मेडिकल स्टूडेंट का भविष्य बनेगा, हजारों मरीजों को इलाज मिलेगा
नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने अगस्त 2022 में इन कॉलेजों का वर्चुअली इंस्पेक्शन कर मान्यता दे दी थी। इन मेडिकल कॉलेजों में इसी साल से MBBS फर्स्ट ईयर की क्लासेस शुरू करने की परमिशन देते हुए 100-100 सीटें भी अलॉट कर दीं है। इससे प्रदेश में मेडिकल की 400 सीटें बढ़ जाएंगी। इसी सेशन में NEET परीक्षा क्लीयर कर चुके स्टूडेंट्स को इन मेडिकल कॉलेज में एडमिशन देकर MBBS की पढ़ाई शुरू करवाने की भी तैयारी है। मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल शुरू होने पर पहले बैच में 400 MBBS स्टूडेंट्स की पढ़ाई शुरू हो सकेगी। फिर आगे आने वाले हर साल प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में 100-100 सीटों पर नए स्टूडेंट्स एडमिट होते रहेंगे। अस्पताल में रोजाना हजारों मरीजों का इलाज हो सकेगा।
इन कॉलेजों के बनने और खुलने के बाद प्रदेश के 19 जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज वर्किंग हो जाएंगे। सरकार का लक्ष्य प्रदेश के सभी 33 जिलों में एक-एक सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलना है। वर्तमान में 7 संभाग मुख्यालयों- जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर,बीकानेर, भरतपुर के अलावा 8 जिलों- झालावाड़, बाड़मेर, भीलवाड़ा, चूरू, डूंगरपुर, पाली, सीकर और अलवर में मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। कुल 15 मेडिकल कॉलेज चल रहे हैं।
देशभर में 100 मेडिकल कॉलेज शुरू करने की योजना
देशभर में 100 मेडिकल कॉलेज शुरू करने की केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत आज इन मेडिकल कॉलेजों का डवलपमेंट केंद्र करवा रहा है। केंद्र-राज्य के फंडिंग पैटर्न 60-40 फीसदी शेयर में ये मेडिकल कॉलेज बने हैं। मेडिकल कॉलेजों में क्लासरूम या लेक्चर रूम, लैबोरेट्री, कम्युनिटी हॉल, लाइब्रेरी, बॉयज और गर्ल्स होस्टल, मोर्चरी और डेड बॉडी रखने के आईस बॉक्स, कैंटीन, स्टाफ रूम, प्रिंसिपल ऑफिस, मेन गेट पर रिसेप्शन जैसी तमाम सुविधाएं हैं।
मेडिकल कॉलेज के साथ ही अस्पताल, ICU, ऑपरेशन थिएटर, क्लीनिकल डिपार्टमेंट, नॉन क्लिनिकल डिपार्टमेंट, लाइब्रेरी, लेक्चर थियेटर, लेबोरेट्री, एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, बॉयज और गर्ल्स हॉस्टल, रेसीडेंट हॉस्टल,रेसीडेंट नर्सेज और इंटर्न हॉस्टल, प्रिंसिपल और प्रोफेसर्स के निवास, स्पोर्ट्स एक्टिविटी के लिए खेल मैदान भी बनाए गए हैं। मेडिकल कॉलेजों के साथ ही बड़े हॉस्पिटल भी बनाए गए हैं। जिन्हें 100 से ज्यादा डॉक्टर्स का स्टाफ मिलेगा। जहां सभी तरह की जांचें, मेडिसीन और ईलाज मिलने लगागा। मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना का पूरा फायदा मरीजों को मिलेगा।
मेडिकल कॉलेज-मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल से बढ़ेगा रोजगार
मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल शुरू निर्माण होने से रोजगार भी बढ़ेगा। इन मेडिकल कॉलेजों के आस-पास लोगों ने जमीनें, प्लॉट, दुकानें खरीदना शुरू कर दिया है। रहने और दुकान के जरिए रोजगार चलाने की उम्मीदें बंध गई हैं। मेडिकल-केमिस्ट शॉप, डायग्नोस्टिक लैब-टेस्टिंग की दुकानें, सर्जीकल आइटम्स, डेली नीड्स और यूटिलिटी की दुकानें, डिपार्टमेंटल स्टोर, दूध डेयरी, फ्रूट और ज्यूस शॉप, हाईजीन आईटम्स शॉप का मार्केट आसपास डवलप होगा। खाने-पीने की फुटकर दुकानें भी इलाके में तैयार होने लग गई हैं।