अभिनव टाइम्स। श्रीगंगानगर घड़साना मंडी के बार संघ के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट विजय सिंह झोरड़ सुसाइड मामले में 7 पुलिसकर्मियों पर गाज गिर गई है। थानाप्रभारी सहित सातों को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ हीमृतक के परिवार को 30 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का फैसला किया गया। इसके बाद सर्व समाज ने जिला प्रशासन के प्रस्ताव पर सहमति जता दी और धरना उठा लिया।
जानकारी के अनुसार, पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने घड़साना थाना प्रभारी मदनलाल, सीआई सुरेन्द्र पचार, एसआई पृथ्वीराज बिश्नोई, कल्पना, एएसआई कमल मीणा, हेड कांस्टेबल बंशीलाल, कांस्टेबल जगमोहन को सस्पेंड कर दिया है। मृतक के शव का आज मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। उसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।
आपको बता दें कि एडवोकेट विजय सिंह झोरड़ ने सोमवार को अपने घर में ही फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। झोरड़ के परिजनों का आरोप था कि उन्होंने पुलिस प्रताड़ना से तंग आकर सुसाइड किया है। उसके बाद मंगलवार को न केवल श्रीगंगानगर जिले में भी बल्कि जयपुर और जोधपुर समेत प्रदेशभर में कई बार संघों ने कार्य बहिष्कार कर दिया था। अधिवक्ताओं की मांग थी कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाये।
इस मामले को लेकर स्थानीय विधायक संतोष बावरी, रायसिंहनगर विधायक बलवीर सिंह लूथरा, पूर्व विधायक पवन दुग्गल, हेतराम बेनीवाल, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक नारायण बेनीवाल और पुखराज गर्ग सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों तथा पदाधिकारियों ने धरना शुरू कर दिया था। परिजनों और प्रदर्शनकरियों की मांग थी कि पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाये और दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाये।