अभिनव टाइम्स बीकानेर। इसमें कोई दो राय नहीं है कि आज टेक्नॉलोजी का जमाना है, किंतु इस आधुनिक टेक्नॉलोजी के हम इतने गुलाम या आदी हो जाएंगे। यह भी ठीक नहीं है। एक दिलचस्प मामला सामने आया है। तीसरी कक्षा में पढऩे वाले बच्चे को परिजनों ने मोबाइल नहीं दिया तो नाराज होकर घर से निकल गया। हालांकि चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम ने बच्चे का रेस्क्यू कर बच्चे को बाल सुधारगृह भेज दिया।
मामला चूरू जिले का है। जहां मोबाल नहीं मिलने स नाराज नाबालिग बच्चा घर से निकल गया तथा तारानगर से चूरू आ रही बस में बैठ गया। चालक ने जब इस बच्चे से पूछा तो उसने कोई जवाब नहीं दिया। इस पर चाइल्ड हेल्पलाइन टीम को इत्तिला दी गई। जहां टीम ने सदर थाना के गांव गाजसर के पास निजी बस से आठ वर्षीय बच्चे को रेस्क्यू किया है। बच्चे की काउंसलिंग की गई तो वह मोबाइल एडिक्ट पाया गया। चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने बच्चे को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया, जहां से समिति ने बच्चे को बाल सुधार गृह भेज दिया है।