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Tuesday, April 29

डोर बांध किन्ने री मन ने मुलक घुमाओ रे

अभिनव न्यूज, बीकानेर। आज बीकानेर अपना 538 वां स्थापना दिवस धूमधाम और हर्षोल्लास से मना रहा है। आज के दिन को आखा बीज और कल तृतीया को आखा तीज के नाम से पहचाना जाता है। बीज और तीज के दिन वैसे तो लगभग पूरे राजस्थान में बाजरी अथवा गेहूं का खीचड़ा बनाया जाता है लेकिन बीज को बीकानेर का स्थापना दिवस होने पर इसका महत्व कुछ और ही बढ़ जाता है। दूसरे प्रदेशों के लोग इस बात पर भारी आश्चर्य करते हैं कि इतनी भयंकर गर्मी में राजस्थान के लोग इतना गरिष्ठ भोजन करते हैं। उनका सोचना सही हो सकता है लेकिन किसी जमाने में बारहों मास बाजरी की रोटी खाने वाले राजस्थान के लोगों के लिए खीचड़ा जरा भी भारी और गरिष्ठ नहीं होता। इसके साथ बनाया जाने वाला शीतल पेय इमलाणी तो अद्वितीय होता है। बीकानेर के सुविख्यात पत्रकार, कवि, नाटककार और गीतकार हरीश बी. शर्मा ने आखातीज के महापर्व पर बीकानेर के घरों में बनने वाले स्वादिष्ट खीचड़े का ऐसा वर्णन अपने एक गीत में किया है कि गीत को सुनते- सुनते मुंह में पानी आने लगता है। इस गीत का शीर्षक है- ‘डोर बांध किन्ने री मन ने मुलक घुमाओ रे’। हरीश बी. शर्मा न केवल बेहतरीन गीत लिखते हैं बल्कि उन्हें अपनी महेन्द्र कपूर साहब से मिलती जुलती मधुर आवाज में गाते भी हैं। यह गीत जितना सुन्दर लिखा गया है, उतना ही सुन्दर इसका संगीत बना है। जाने माने रंगकर्मी रामसहाय हर्ष के निर्देशन में गीत का फिल्मांकन लाजवाब हुआ है। सबसे खास बात ये है कि हरीश बी. शर्मा ने इसे पूरी तबीयत से गाया है।

वैसे तो बीकानेर पर लिखा गया पहला संगीतबद्ध गीत ‘जंगळ- मंगळ देस म्हानै प्यारौ लागै सा’ को माना जाता है जो महाराजा गंगासिंह जी के शासनकाल में तैयार किया गया था। बताया जाता है कि जुबली समारोह में मांड कोकिला अल्लाह जिलाई बाई ने हाथी के दांतों पर कसे हुए तख्त पर खड़े होकर महाराजा के सामने प्रथम बार यह गीत प्रस्तुत किया था।

आधुनिक कालखंड में बीकानेर पर संगीतबद्ध गीत 2013 में जारी हुआ ‘बीकानेर महान’। संजय आचार्य वरुण का लिखा हुआ और राजनारायण पुरोहित द्वारा गाया हुआ ये गीत आज भी लोकप्रिय है। राजनारायण पुरोहित ने तकरीबन पांच वर्ष पूर्व संजय पुरोहित का लिखा गीत ‘ सैर बीकाणौ म्हारो देख’ भी गाया था। यह गीत भी बेहद मधुर और लोकप्रिय है। बीकानेर स्थापना दिवस अवसर पर आप ये सभी गीत जरूर सुनिए और खास तौर से – ‘डोर बांध किन्ने री मन ने मुलक घुमाओ रे’। ये गीत आपको बहुत पसंद आएगा।

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