अभिनव न्यूज, नेटवर्क। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (ashok gehlot) ने न्यायपालिका पर अपनी टिप्पणी के लिए राजस्थान (rajasthan news) उच्च न्यायालय में माफी मांगी. सीएम ने न्यायपालिका पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे. जिसके बाद मामला कोर्ट ने कहा था. उन्होंने कहा था कि आज न्यायपालिका में इतना करप्शन हो रहा कि कई वकील जो लिखकर ले जाते हैं, वहीं जजमेंट आता है.
सीएम गहलोत ने कहा था चाहे लोअर ज्यूडिशियरी हो या अपर ज्यूडिशियरी, सब जगह यही हालात हैं. आज से 25 साल पहले मुख्यमंत्री की सिफारिश पर हाईकोर्ट जज बनते थे. हमने वो जमाना भी देखा है. मैं भी केंद्रीय मंत्री रहा हूं.
उन्होंने यहां तक कहा था कि मैंने भी उस दौरान किसी की सिफारिश की होगी और उन सिफारिश को माना भी गया होगा. कई जज बन गए होंगे. मैंने कभी जज बनने के बाद उनसे बात नहीं की. लेकिन आज न्यायपालिका में भारी भ्रष्टाचार की बात सुनते हैं.
अर्जुन मेघवाल पर भी लगाए थे आरोप
बीजेपी पर हमला बोलते हुए सीएम गहलोत ने कहा था कि ये लोग चाल, चरित्र, चेहरे की बात करते थे. आज उनका चाल, चरित्र और चेहरा कहां चला गया? वहीं, विधानसभा के पूर्व स्पीकर और बीजेपी नेता कैलाश मेघवाल के आरोपों को सही बताते हुए कहा, “केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर लगाए गए आरोप सही हैं. मुझे मालूम पड़ा है कि उनके वक्त बहुत बड़ा करप्शन हुआ था. उसे दबा दिया गया. अब इन लोगों ने हाईकोर्ट से स्टे ले रखा है.”