अभिनव न्यूज, नेटवर्क। सऊदी अरब के मक्का में इस बार हो रही हज यात्रा कई लोगों का काल बन गई। भीषण गर्मी से सऊदी में 550 से भी ज्यादा हज यात्रियों की मौत हो चुकी है। वहीं सैकड़ों लोग लापता हो गए हैं। बुधवार को हज यात्रा के आखिरी दिन इस खबर ने हर किसी को चिंता में डाल दिया है।
17 जून को बकरीद (Eid-Al-Adha) के दिन सऊदी में पहली बार गर्मी से हज यात्रियों की मौतों की खबर आई थी। तब 14 लोगों की हीटस्ट्रोक से जान चली गई थी जिसमें सबसे ज्यादा जॉर्डन (Jorden) के हज यात्री थे। लेकिन अब जो ताजा आंकड़ें आए हैं वो वाकई में डराने वाले हैं। नए आधिकारिक आंकडों में 550 से ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं तो अंतर्राष्ट्रीय मीडिय़ा एजेंसी AFP 577 का आंकडा़ बता रही है। बीते मंगलवार को सऊदी सरकार ने इसकी जानकारी दी थी। मरने वाले हज यात्रियों में सबसे ज्य़ादा मिस्र (Egypt) के लोग हैं। जिनकी संख्या 323 बताई जा रही है। वहीं जॉर्डन के करीब 60 हज यात्रियों की मौत हो चुकी है।
577 से ज्यादा की मौत, आधिकारिक आंकड़े 550 पर ठहरे
अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक सऊदी अरब (Saudi Arabia) में मरने वाले हज यात्रियों की संभावित संख्या 577 है। राजनयिकों ने कहा कि मक्का (Mecca) के सबसे बड़े मुर्दाघरों में से एक, अल-मुआइसेम के मुर्दाघर में कुल संख्या 550 थी, इसलिए आधिकारिक आंकड़ों में मरने वालों की संख्या 550 बताई गई है।
भीषण गर्मी बन रही मौतों का कारण
बता दें कि सऊदी अरब में जलवायु परिवर्तन से हज यात्रा तेजी से प्रभावित हो रही है, मक्का में पारा हर दशक 0.4 डिग्री सेल्सियस बढ़ रहा है। सऊदी राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि बीत सोमवार को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
सऊदी अरब के अधिकारियों ने गर्मी से पीड़ित 2,000 से भी ज्यादा हज यात्रियों का इलाज कराने के बारे में बताया है। बता दें कि बीते साल भी गर्मी के कारण हज के दौरान 240 यात्रियों की मौत हुई थी लेकिन इस बार तो मौतों का आंकड़ा 550 को पार गया और ये थमने का नाम भी नहीं ले रहा।