अभिनव न्यूज
जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर मौसम में बदलाव हुआ। जयपुर समेत 5 जिलों में बारिश हुई। नागौर और बूंदी में ओले गिरे। बरसात के बाद तापमान में 13.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में प्रदेश के 20 जिलों में आंधी के साथ बारिश होने की संभावना जताई है। चार जिलों में बिजली गिरने के साथ ओलावृष्टि की आशंका है।
प्रदेश में रविवार सुबह से ही कई जिलों में बादल छाए रहे। सुबह बूंदी में बारिश के साथ ओले गिरे। टोंक और लाडनूं में भी तेज बरसात हुई। जयपुर में दोपहर 1.30 बजे तेज बारिश हुई। इस दौरान हवा भी चली। रुक-रुककर बरसात का दौर जारी रहा।
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर, नागौर, चूरू, सीकर, झुंझुनूं, दौसा, भीलवाड़ा, अजमेर, टोंक, बूंदी, कोटा, धौलपुर, करौली, बारां, पाली, अलवर, सवाई माधोपुर में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने के साथ बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही चूरू, बूंदी, सवाईमाधोपुर और टोंक में आकाशीय बिजली गिरने के साथ ही ओलावृष्टि भी हो सकती है।
टोंक के निवाई और बूंदी में बरसात, ओले गिरे
टोंक के निवाई में रविवार सुबह अचानक मौसम बदल गया। सुबह से ही तेज हवा का दौर शुरू हुआ। इसके कारण क्षेत्र का मौसम ठंडा हो गया। सुबह करीब 11.30 बजे शहर में जमकर बारिश हुई। वहीं, बूंदी में भी बारिश के साथ ओले गिरे।
जैसलमेर की सड़कों पर बहने लगी नदी
वहीं, शनिवार को जैसलमेर में सबसे ज्यादा बारिश हुई। जैसलमेर शहर में शनिवार शाम सात बजे तेज हवा के साथ बारिश शुरू हुई। इसके बाद तूफानी बारिश से जगह-जगह पानी भर गया। मौसम विभाग के अनुसार शहर में 2.5 इंच (59 एमएम) बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश से कई इलाकों मे पानी भर गया। दुकानों में पानी घुस गया और सड़कों पर नदी बहने लगा।
नागौर में ओले गिरे
नगौर में शनिवार शाम करीब पांच बजे मौसम पलटने के साथ बारिश का दौर शुरू हुआ। देर रात तक रुक-रुक कर बारिश हुई। जिले के डेह सहित आसपास गांवों में ओले भी गिरे। आम रास्तों और खेतों में जगह-जगह पानी भर गया। जायल क्षेत्र में ओलों की चादर खेत और सड़क पर बिछ गई।
राजस्थान के पास दो अलग-अलग सिस्टम बने
भारतीय मौसम केंद्र के वैज्ञानिकों के अनुसार राजस्थान के आस-पास दो साइक्लोनिक सिस्टम बनने के कारण लगातार मौसम परिवर्तन हो रहा है। इसमें पहला सिस्टम राजस्थान के पास पाकिस्तान में बना है। जबकि दूसरा सिस्टम दक्षिणी राजस्थान में एमपी गुजरात की सीमा पर है। जिसकी वजह से अरब सागर से नमी मिल रही है। ऐसे में अगले 48 घंटों तक इसका असर देखने को मिलेगा।
जिसकी वजह से तेज आंधी और बारिश के साथ ओलावृष्टि की आशंका भी बनी हुई है। मई के दूसरे सप्ताह में भी थंडर स्टॉर्म गतिविधियां जारी रहने से तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है। जबकि तीसरे और चौथे सप्ताह के दौरान बारिश की गतिविधियों में कमी आ सकती है। इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी होने और अधिकतम तापमान औसत के आसपास रहने की संभावना है।
13 डिग्री तक गिरा तापमान
राजस्थान में बीते 24 घंटे में हुई बारिश के बाद तापमान में गिरावट का सिलसिला भी शुरू हो गया है। प्रदेश के चित्तौड़गढ़ और कोटा में जहां तापमान में 13.5 डिग्री सेल्सियस की सबसे ज्यादा गिरावट हुई है। वहीं श्रीगंगानगर में 12.7, उदयपुर में 12.1, भीलवाड़ा में 10.3, जैसलमेर में 10.1, फलौदी में 9.4, बाड़मेर में 9.3, जयपुर में 8.8, पिलानी में 8.1, सीकर में 8, जोधपुर में 7.9, बीकानेर में 7.5, चूरू में 6.6, अलवर में 5.1 और अजमेर में 3.1 डिग्री तापमान में गिरावट हुई है। जिसके बाद प्रदेश में सबसे ज्यादा 36.8 डिग्री अधिकतम और सिरोही में सबसे कम 16.3 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया है।
3 मई तक सीकर में बारिश का अलर्ट
सीकर के कृषि अनुसंधान केंद्र फतेहपुर पर पिछले 24 घंटों में 6 एमएम बारिश दर्ज की गई है। वही आज सुबह न्यूनतम तापमान 16 डिग्री दर्ज किया गया है। जबकि इससे पहले शनिवार को यहां न्यूनतम तापमान 19 डिग्री और अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। फिलहाल मौसम विशेषज्ञों की मानें तो सीकर में 3 मई तक बारिश होने की संभावना है।
जयपुर में तीन दिन तक छाए रहेंगे बादल
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो-तीन दिन जयपुर और आसपास के इलाकों में आंधी-बारिश का दौर चल सकता है। पश्चिमी विक्षोभ का असर 1 मई को खत्म होगा। इधर, घने बादल छाने के कारण आमेर महल में शनिवार रात में आयोजित होने वाला आकाश दर्शन कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था।