अभिनव न्यूज, श्रीगंगानगर । श्रीगंगानगर सूरतगढ़ की सिटी थाना पुलिस ने करीब 10 माह पहले रेलवे स्टेशन के बाहर एसबीआई के एटीएम को हैक कर बैंक को लाखों रुपए का चूना लगाने वाले गिरोह के एक युवक को पकड़ने में सफलता हासिल की है। जबकि मामले में वांछित मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। पकड़ा गया आरोपी पुलिस थाना किशनगढ़ बास का निवासी है जिसे अरेस्ट कर सूरतगढ़ लाया गया।
सिटी थानाधिकारी कृष्ण कुमार ने मंगलवार शाम को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि एसबीआई बैंक के तत्कालीन बैंक मैनेजर ललित कुमार पुत्र हरिशंकर मौर्य ने इस संबंध में 8 अगस्त 2022 को अज्ञात जनों के खिलाफ दर्ज करवाई FIR में बताया था कि रेलवे स्टेशन के निकट सुभाष चौक पर बैंक के एटीएम से दो युवक छेड़खानी कर उसे हैक करते हुए बैंक के साथ ₹3,05,000 ठगी कर ले गए। पुलिस आरोपी सोनू को आज कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी।
सीआई ने बताया कि दर्ज केस के लिए एएसआई ताराचंद गोदारा के नेतृत्व में टीम का गठन कर इसमें हेड कांस्टेबल दुर्गादत्त, कांस्टेबल राम कुमार, हनुमाना राम और महेश कुमार को शामिल करते हुए अनुसंधान शुरू किया गया। इस दौरान पुलिस ने सूचना तंत्र की सहायता से आरोपी सोनू पुत्र भीम सिंह मेघवाल निवासी गांव थानाघोड़ा, पुलिस थाना किशनगढ़ बास, जिला अलवर को उसके घर से पकड़ कर पूछताछ की तो उसने वारदात करना स्वीकार कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की। सीआई ने बताया कि मुख्य आरोपी आबिद खान निवासी मेड़ता अभी भी फरार है, जिसे पुलिस जल्द गिरफ्तार कर लेगी।
सीआई ने बताया कि आरोपी इतने शातिर है कि एटीएम मशीन से ट्रांजेक्शन कर ₹10,000 की राशि निकालते। इस दौरान एटीएम से जैसे ही राशि बॉक्स में आती तो मशीन के साथ छेड़खानी कर उसे हैक कर देते थे। इससे एटीएम में ट्रांजेक्शन फेल शो हो जाती थी, इसके बाद बैंक में जाकर अधिकारियों को ट्रांजेक्शन फेल होने का मैसेज दिखाकर रिफंड ले लेते थे।
बैंक अधिकारियों को ऑडिट के दौरान गड़बड़ी का पता चला तो आनन-फानन में मुकदमा दर्ज करवाया गया। सीआई ने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज होने के बाद एटीएम में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो दो संदिग्ध युवक एटीएम से छेड़छाड़ करते हुए पाए गए। जिसके बाद युवकों को ट्रेस किया गया।
सीआई ने बताया कि आरोपी आबिद एटीएम मशीन से छेड़खानी कर रुपए निकालने का मास्टरमाइंड है। जबकि सोनू उसके साथ सूरतगढ़ में पहली बार ही इस वारदात में शामिल रहा था। प्रारंभिक पूछताछ में सोनू ने बताया कि उन्होंने एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और कोटक महिंद्रा के एटीएम कार्ड का ठगी में इस्तेमाल किया था। उन्होंने 32 बार एटीएम को हैक कर यह राशि निकाली थी।