


अभिनव न्यूज, नेटवर्क। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में कार्रवाई करते हुए रविवार को जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) के अधीक्षण अभियंता (एसई) अशोक कुमार जांगिड़ और अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की. इनमें करीब 250 अधिकारी-कर्मचारी जुटे हैं. अशोक कुमार जांगिड़ पीएचईडी में बांसवाड़ा एसई हैं. एसीबी की दो दर्जन टीमें उनके जयपुर शहर, पावटा कोटपूतली, मौजमाबाद, उदयपुर, अजमेर, मालपुरा (टोंक) के विभिन्न ठिकानों के साथ ही पीएचईडी कार्यालय बांसवाड़ा, खनिज कार्यालय उदयपुर, टोंक, अजमेर, जयपुर व उप पंजीयक कार्यालय पावटा, मौजमाबाद में भी तलाशी अभियान चला रही है.
एसीबी के डीजी डॉ. रविप्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि सूत्रों एवं गोपनीय सत्यापन से संदिग्ध अधिकारी के राजकीय सेवा में नियुक्त होने से अब तक करीब 11.50 करोड़ रुपए की आय से अधिक परिसंपत्तियां अर्जित करने के सबूत मिले हैं. यह उनकी वैध आय से 161 फीसदी ज्यादा है. एसीबी के सत्यापन में सामने आया कि 19 संपत्तियां इंजीनियर के नाम पर है, जबकि पत्नी सुनीता के नाम पर तीन, बेटे निखिल के नाम पर 32 परिसंपत्तियां हैं
मेहरड़ा ने बताया कि मकान के अलावा दुकान, फार्म हाउस और खनन लीज पर है. जयपुर शहर, पावटा (कोटपूतली), श्रीमाधोपुर, मौजमाबाद, उदयपुर, अजमेर, मालपुरा टोंक, मोहनगढ़ (जैसलमेर) में करीब 19 महत्वपूर्ण स्थानों पर कुल 54 अचल संपत्तियां खरीदने में करोड़ों रुपए खर्च करने की बात सामने आई है. एसीबी के गोपनीय सत्यापन में सामने आया कि संदिग्ध अधिकारी के खुद के नाम पर जयपुर व पावटा में मकान, कैमरिया (पावटा) में फार्म हाउस, पत्नी के नाम पर जयपुर के बनीपार्क और बिंदायका में व्यवसायिक दुकान है.
22 बैंक खातों में 21 लाख रुपए जमा: एसीबी के अनुसार, जांगिड़ के बेटे के नाम उदयपुर, मालपुरा, अजमेर व बुचारा पावटा में 5 खनिज लीज व श्रीमाधोपुर में खनिज और ग्राइंडिंग उद्योग के लिए कॉमर्शियल भूमि करोड़ों रुपए में खरीदी गई. बेटे के नाम पर उदयपुर, मालपुरा, अजमेर व बुचारा (पावटा) में स्थित खनिज लीजों में करोड़ों रुपए के क्रशर, पोकलेन मशीन, एलएंडटी मशीन, आईआर ब्लास्टिंग मशीन और डंपर खरीदे गए हैं. उनके व परिजनों के 22 बैंक खातों में करीब 21 लाख रुपए जमा हैं. बेटे व बेटी की स्कूली शिक्षा, कोचिंग और उच्च शिक्षा पर करीब 30 लाख रुपए खर्च करने की भी जानकारी मिली है.