अभिनव न्यूज।
भीलवाड़ा : भीलवाड़ा के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में वॉर्मर में ज्यादा तापमान रखने से 21 दिन की बच्ची की मौत हो गई। एक बच्चा झुलस गया। वजन कम होने के कारण बच्ची को NICU में रखा गया था। NICU के बाहर खड़ा पिता बेटी को देखने गया तो उसके होश उड़ गए।
चित्तौड़गढ़ के मरमी गांव के रहने वाले पप्पू वैष्णव ने बताया कि 5 अक्टूबर को बेटी पैदा हुई थी। तबीयत खराब होने पर 10 अक्टूबर को एमसीएचसी में भर्ती करवाया गया था। डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्ची का वजन कम होने पर NICU में रख दिया। NICU में रात के समय ठेके पर लगे दो कर्मचारी ड्यूटी पर थे। उन्होंने बताया कि मंगलवार रात तीन बजे वह अपनी बच्ची के पास गया तो वह झुलसी मिली। वॉर्मर से ज्यादा हीट होने के कारण बच्ची जल गई। डॉक्टरों ने जब तक देखा उसकी मौत हो चुकी थी।
परिजनों ने स्टाफ पर लगाया लापरवाही का आरोप
बच्ची के साथ उसकी मां,चाचा और बुआ आई थी। सभी एक-एक कर हॉस्पिटल में रुकते थे। बेटी की मौत की जानकारी पर होश उड़ गए। मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिजनों ने हॉस्पिटल में हंगामा कर दिया और लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों का कहना था कि रात के समय ICU में कर्मचारियों ने बच्चों पर ध्यान नहीं दिया। इससे बच्ची की मौत हो गई।
ICU में एक अन्य बच्चा झुलसा
ICU में ही भर्ती एक दूसरा बच्चा भी काफी झुलस गया। बच्चे की बुआ ने बताया कि वह रात को बच्चे के पास गई थी। बच्चे की चमड़ी पर झुलसने से काफी निशान हो गए थे। वार्ड के स्टाफ से शिकायत की। किसी ने उसकी सुनवाई नहीं की। इसके बाद जब हॉस्पिटल में बच्ची की मौत का पता चला तो स्टाफ जवाब ही नहीं दे पाया। बुआ ने बताया कि बच्चे का इलाज चल रहा है।
जांच के लिए डॉक्टरों की टीम गठित
मामले की जानकारी पर हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. अरूण गौड़ ने जांच के लिए डॉक्टरों की एक टीम गठित की। उन्होंने ठेके पर लगे कर्मचारियों की सेवाओं को भी समाप्त कर दिया।
जांच के बाद कार्रवाई होगी
एमसीएचसी सेंटर के प्रभारी डॉ. देवकिशन सरगरा ने बताया कि बच्ची ICU में वॉर्मर पर थी। झुलसने से मौत हो गई। वहीं वहीं एक दूसरा बच्चा गंभीर झुलस गया है। पोस्टमॉर्टम के बिना परिजन शव लेकर चले गए। मामले की जांच की जा रही है।