अभिनव न्यूज, नेटवर्क। राजस्थान में गहलोत सरकार की ओर से मोबाइल हैंडसेट खरीदने के लिए 6125 रुपए और सिम कार्ड सहित डेटा प्लान खरीद के लिए 675 रुपए देगी। अगर कोई लाभार्थी 5999 रुपए कीमत का फोन खरीदता है तो शेष 126 रुपए उसके ई-वॉलेट में ही रहेंगे। जिसे वह अपने हिसाब से कहीं भी उपयोग कर सकेगा।
इसी तरह अगर कोई लाभार्थी मोबाइल हैंडसेट 6125 रुपए से ज्यादा महंगा खरीदता है तो उसे डिफरेंस राशि अपनी जेब से देनी होगी। बता दें सीएम गहलोत ने गुरुवार को इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना का शुभारंभ किया है। प्रथम चरण में 40 लाख महिलाओं को फोन दिए जाएंगे। जबकि दूसरे चरण में 80 लाख महिलाओं को फोन देने का टारगेट है।
कौनसी कंपनी के फ्री स्मार्टफोन मिलेंगे?
अभी राज्य सरकार दो कंपनियों रियल-मी और रेड-मी कंपनी के स्मार्टफोन उपलब्ध करवाएगी। कुछ समय बाद दूसरी कंपनियों नोकिया, सैमसंग के भी फोन उपलब्ध करवाए जाएंगे। रेड-मी का मॉडल ए-2 जिसकी कीमत 5,999 रुपए है। रियल-मी का मॉडल सी 30 है। इसकी कीमत 6,125 रुपए है।
पहले किन परिवारों की महिला मुखिया को मिलेगा मुफ्त स्मार्टफोन?
पहले चरण में यूं तो 40 लाख महिलाओं को चुना जाएगा, लेकिन उन चिरंजीवी परिवारों को स्मार्ट फोन पहले दिया जाएगा, जिन परिवारों की बच्चियां सरकारी स्कूल की 10वीं से 12वीं कक्षा तक में पढ़ती हैं। या फिर उच्च शिक्षण संस्थानों (महाविद्यालय, आईटीआई या पॉलिटेक्निक) में, उन्हें इस स्कीम का लाभ पहले फेज में दिया जाएगा। इसके अलावा विधवा या एकल नारी पेंशन पाने वाली महिलाओं को भी इस लिस्ट में शामिल किया गया है।
मनरेगा में वर्ष 2022-23 में 100 दिन काम करने वाले परिवार को प्राथमिकता दी जाएगी।इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तरत वर्ष 2022-23 में 50 दिन कार्य दिवस पूरा करने वाले परिवार। अगर जनाधार मुखिया की मृत्यु हो चुकी है तो उनके बच्चे भी लाभार्थी बन सकते हैं। शर्त यही है कि उम्र 18 साल से कम होने पर उन्हें परिवार के मुखिया का आधार कार्ड या जन आधार कार्ड साथ लाना होगा। साथ ही उस मुखिया की भी उपस्थिति अनिवार्य है।