अभिनव न्यूज
जोधपुर: राजस्थान में बड़ी धूम-धाम से गणगौर का पर्व मनाया जा रहा है। जोधपुर शहर के रातानाड़ा में एक साथ महिलाओं ने सामूहिक गवर माता का पूजन किया। इसमें 700 से अधिक महिलाएं शामिल हुई। इन महिलाओं के लिए खास तौर पर पूजन की व्यवस्था की गई।
सभी महिलाएं राजस्थानी ड्रेस और सोलह शृंगार कर पूजन के लिए पहुंची। यहां महिलाओं ने गणगौर माता के गीत भी गाए और जमकर नृत्य भी किया। गणगौर पूजन में कन्या और महिलाएं ने अपने पति के अखंड सौभाग्य अपने पीहर और ससुराल की समृद्धि और गणगौर माता से प्रतिवर्ष फिर आने की मंगल कामना भी की।
वहीं शाम को छोटी गणगौर की शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान गवर माता का साढ़े 4 किलो के जेवरात से शृंगार किया गया। खास बात ये है कि 3 करोड़ के ये गहने महिलाएं अपने घर से लेकर आती है, जिसके बाद इनका शृंगार किया जाता है।
70 साल पुरानी परंपरा
पुरानी परंपरा के शहर भीतरी शहर के राखी हाउस मूंदड़ा की गली से गवर माता की शोभायात्रा शुक्रवार शाम को निकली गई। यहां 70 साल से परंपरा के तहत हर साल शोभायात्रा निकाली जाती है। गवर माता के शृंगार में सभी आभूषण आसपास के रहने वाले लोग मिलकर इकट्ठा करते हैं और उसे गवर माता का शृंगार किया जाता है।
शोभायात्रा में शामिल लोग गवर माता ने घणी घणी खम्मा कहते हुए निकलते हैं। शोभा यात्रा के दर्शन के प्रति शहरवासियों में जबरदस्त उत्साह नजर आया। भीतरी शहर के राखी हाउस से रवाना होकर पुंगल पाड़ा, हटड़ियों का चौक, कबूतरों का चौक, पुष्टिकर स्कूल, कुमारिया कुआं होते हुए सर्राफा बाजार से घंटाघर पहुंचकर संपन्न हुई। यहां पूजा अर्चना के बाद विसर्जन किया जाएगा। रास्ते में कई जगह पर महिलाओं ने पूजा अर्चना की।
कार्यक्रम संयोजक राजकुमार व्यास ने बताया परंपरा के अनुसार आज के दिन गणगौर अपने पीहर से ससुराल जाती है। इसलिए गणगौर का सोलह श्रृंगार कर पिछले 70 सालों से यह सवारी निकाली जा रही है। गणगौर की प्रतिमा पर सोना मेला समिति के सदस्य मिलकर पहनाते हैं। वहीं गवर माता की सुरक्षा के लिए सशस्त्र पुलिस के जवान भी साथ साथ चलते हैं। शोभायात्रा में शहर विधायक मनीषा पंवार, विजयलक्ष्मी पटेल बीजेपी जिलाध्यक्ष देवेंद्र सालेचा, जगदीश सहित कई लोग शामिल हुए हैं।
पिछले 17 सालों से हो रहा आयोजन
महिला मंडल की अध्यक्ष ने बताया कि उनकी टीम की ओर से पिछले 17 वर्षों से यह आयोजन किया जा रहा है। शुरुआत से लेकर अब तक दिनों दिन हर आयोजन में महिलाओं की संख्या बढ़ती गई नतीजा यह है कि आज 700 से 1000 के बीच महिलाओं ने यहां गणगौर पर्व मनाया। सभी को यहां पर विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना करवाई गई और सभी ने गवर माता से खुशहाली की कामना की। इस तरह के आयोजन से आपसी प्रेम भी बढ़ता है।