अभिनव न्यूज, नेटवर्क। प्रदेश में मौसम में बदलाव का दौर जारी है। सर्दी का असर धीरे धीरे बढ़ने लगा है। जिसकी वजह से तापमान में गिरावट होने लगी है। 8 जिलों का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया है। सबसे कम तापमान माउंट आबू का 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। माउंट आबू में पिछले कई दिन से लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। उधर उत्तरी राजस्थान के जिलों में कोहरे का असर लगातार बना हुआ है।
राजधानी जयपुर में सुबह और शाम के समय सर्दी का असर बढ़ गया है। दिन में धूप खिलने के कारण राहत मिली रहती है। गुरुवार की रात नवंबर माह की सबसे ठंडी रातों में रही। सर्दी बढ़ने से लोगों ने आज से ही गर्म कपड़ों का प्रयोग भी शुरू कर दिया है। बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में आज सुबह घना कोहरा नजर आया। इससे वीजिबिलिटी काफी कम रही। वाहन चालकों को लाइट जलाकर चलना पड़ा। मौसम विभाग ने संभाग में कल भी घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है।
श्रीगंगानगर में आज सुबह घना कोहरा रहा। न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। कोहरे के कारण सुबह विजिबिलिटी काफी कम रही। इससे वाहन चालकों को लाइट जलाकर चलना पड़ा। सर्दी से बचने नजर आ रहे हैं। वही सर्दी के कारण अलाव भी जलने लगे हैं।
बता दें कि इस समय एक एंटी साइक्लोन सिस्टम बना है। इससे यहां अधिकांश जिलों में सुबह-शाम रात में ठंडी हवाएं चलनी शुरू हो गई। इससे कई जिलों में न्यूनतम तापमान गिरकर 14 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच आ गए। जयपुर में न्यूनतम तापमान 16.9 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 16.6, अजमेर में 15.8, उदयपुर में 14.4, सीकर में 13, पिलानी में 15.6, अलवर में 15.4, भीलवाड़ा में 14.4, चूरू में 15.6 और जालौर में 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार ला नीना सक्रिय नहीं होने से अब तक मौसम का मिजाज शुष्क रहा लेकिन अब ला नीना सक्रिय होने लगा है। इस बार प्रदेश में सर्दी धीमी गति से आगे बढ़ेगी। जलवायु परिवर्तन की वजह से गर्मी, बरसात और सर्दी अपने अनुमानित समय से एक माह आगे खिसक गए हैं। यानि नवंबर में पड़ने वाली कड़ाके की सर्दी अब दिसंबर से शुरू होने और फरवरी तक सर्दी का सिलसिला चलने की संभावना है।