अभिनव न्यूज, जयपुर। राजस्थान में मानसून की रफ्तार धीमी होते ही उमस ने लोगों को परेशान कर दिया है. बुधवार को दिनभर लोग उमस और गर्मी से परेशान रहे। वहीं, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. पंजाब और हरियाणा के रास्ते हिमाचल प्रदेश से आने वाले पानी से घग्गर नदी के उफान पर आने से पहले दोनों जिलों में संभावित बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है।
यदि हरियाणा के ओटू हेड से घग्घर में 35,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाता है, तो इन दोनों जिलों में बाढ़ का खतरा नहीं होगा, लेकिन यदि 40,000 क्यूसेक या इससे अधिक पानी छोड़ा जाता है, तो आसपास के शहरों और गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा। घग्घर जलग्रहण क्षेत्र. बाढ़ से निपटने के लिए सूरतगढ़ और अनूपगढ़ में एसडीआरएफ की एक-एक टीम नियुक्त की जा रही है. इसके अलावा सिविल डिफेंस और होम गार्ड के स्वयंसेवकों को नियुक्त किया गया है. बाढ़ संबंधी सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए श्रीगंगानगर एवं रायसिंहनगर में नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के अनुसार शनिवार से नया मौसम सिस्टम बनेगा। जिससे बारिश की गतिविधियां फिर से तेज हो जाएंगी। गुरुवार को जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर, बीकानेर, उदयपुर, जोधपुर संभाग में कुछ स्थानों पर बारिश होगी। रविवार को अलवर, बारां, भरतपुर, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, प्रतापगढ़ और सवाईमाधोपुर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. 15 से 17 जुलाई तक राज्य के ज्यादातर इलाकों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है