बीकानेर में रविवार को मानसून ऐसा मेहरबान हुआ कि पूरा शहर ही पानी से लबालब हो गया। सूरसागर की सीढ़ियों पर जहां झरने दिखाई दिए, वहीं पुरानी गिन्नाणी में बाढ़ जैसे हालात नजर आए। एक बार फिर ऐतिहासिक जूनागढ़ की दीवार को तोड़कर गढ़ की खाई में पानी पहुंच गया।
बारिश के बाद शहर का अधिकांश पानी जूनागढ़ की ओर जाता है। ये पानी सूरसागर में पहुंचा तो वहां बनी सीढ़ियों से झरने जैसा दृश्य नजर आया। करीब एक घंटे तक लगातार हुई बारिश के बाद सूरसागर में काफी पानी आ गया है। वहीं पुरानी गिन्नाणी एरिया में जलभराव के कारण जूनागढ़ की दीवार फिर टूट गई। इसी दीवार से पानी सूरसागर की खाई में गया। इसके बाद ही गिन्नाणी की सड़कों से पानी उतरना शुरू हुआ। एक बार तो दो से तीन फीट तक पानी सड़कों पर आ गया था। जूनागढ़ में पानी नहीं जाता तो यहां कई मकानों को भी नुकसान हो सकता था।
न सिर्फ जूनागढ़ के आसपास बल्कि शहर के अन्य क्षेत्रों में भी जबरदस्त पानी भर गया। पंचशति सर्किल पर ब्रह्मकुमारी आश्रम के पास पानी भर गया। वहीं जयनारायण व्यास कॉलोनी सर्किल भी पानी से लबालब रहा। कोठारी अस्पताल के पास नेशनल हाइवे पानी में डूबा रहा, वहीं कलक्टरी परिसर स्वयं पानी में डूबा रहा। डूंगर कॉलेज के आसपास व जयपुर मार्ग पर भी पानी जमा हो गया।
नाले उफान पर
बारिश के कारण नालियां और नाले उफान पर आ गए। कोटगेट से केईएम रोड और सार्दुल सिंह सर्किल तक सड़कें पूरी तरह पानी से लबालब रही। नालियों का पानी भी सड़कों पर फैल गया। पानी उतरने के बाद अब सड़कों पर गंदगी जमा हो गई। कई जगह नाले भी उफान पर आ गए। चौखूंटी, भैंसावाड़ा एरिया में नालों से पानी बाहर आने लगा।
पीटीईटी परीक्षा में बाधा
पीटीईटी परीक्षा होने के कारण हजारों की संख्या में कैंडिडेट बीकानेर आए हुए थे। बारिश के कारण एग्जाम सेंटर्स पर लाइट नहीं थी और बाहर निकले तो हर तरफ पानी ही पानी नजर आया। इन कैंडिडेट को रुकने के लिए भी कहीं जगह नहीं मिली। बड़ी संख्या में गर्ल्स कैंडिडेट को बारिश ने परेशान किया।