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Friday, November 15

“हर वो व्यक्ति शिक्षक है जो हमें प्रेरित करता हो”-उमट बाफना स्कूल में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आगाज़

अभिनव टाइम्स बीकानेर।
बाफना स्कूल में शुक्रवार को फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आगाज़ हुआ। 16 से 30 सितंबर तक चलने वाले इस प्रोग्राम के प्रथम दिन विख्यात लेखक और साहित्यकार अनिरुद्ध उमट ने “कैसे शिक्षक एक बच्चे में अंतर्निहित प्रतिभा को सफल होने के लिए विकसित कर सकता है” विषय पर स्कूल के शिक्षक- शिक्षिकाओं को मार्गदर्शित और ज्ञानार्जित किया।

स्कूल के सीईओ डॉ पीएस वोहरा ने बताया कि शिक्षकों के शैक्षिक उन्नयन हेतु प्रति वर्ष फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित किया जाता है। इस प्रोग्राम के माध्यम से शिक्षक विभिन्न विषयों और क्षेत्रों से जुड़े अनेक गणमान्य हस्तियों से रूबरू होता है। उनसे प्राप्त ज्ञान के आधार पर शिक्षा में जरूरी नवाचार व सुधार करता है। इससे एक तरफ विद्यार्थियों को नवीन तथा आधुनिक जानकारियां अपने शिक्षकों के माध्यम से प्राप्त होती है वहीं शिक्षकों को को भी शैक्षिक तकनीकी में जरूरी सुधार हेतु नया बदलाव उपलब्ध हो जाता है। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षक- शिक्षिकाओं से मुखातिब होते हुए अनिरुद्ध उमट ने कहा कि हर वो व्यक्ति शिक्षक है जो हमें प्रेरित करता हो। एक शिक्षक को अपने विद्यार्थी के अंदर विद्यमान मनुष्यत्व की हिफाजत करने का दायित्व होता है जिसे हर हाल में उसे निभाना पड़ता है। लीक पर चलने वाला कभी अविष्कारक नहीं बनता है इसलिए एक शिक्षक को अपने विद्यार्थी की अंतर्निहित क्षमता की पहचान जरूरी है ताकि वह अपने विद्यार्थी को सकारात्मक दिशा में चलायमान कर सके। उसे अपने विद्यार्थी को उन ऊंची और चौड़ी दीवार को लांगने की इच्छा शक्ति पैदा करनी होगी जिससे समाज में सकारात्मकता का आगमन हो सके।

उन्होंने कहा कि हमें विद्यार्थी के भीतर की अभिव्यक्ति को ऊर्जावान बनाना होगा और उसे अभिव्यक्त करने का सामर्थ्य अपने विद्यार्थी में पैदा करना होगा। एक शिक्षक का अपने विद्यार्थियों से जुड़ाव अत्यंत जरूरी है। शिक्षक अपने सभी विद्यार्थियों के लिए होता है। हां, उसकी दृष्टि सब के प्रति अलग- अलग हो सकती है क्योंकि वह हर एक की प्रतिभा और सामर्थ्य को पहचानता है। उन्होंने कहा कि समाज में सबसे सम्मानजनक स्थान अगर किसी का है तो वो केवल एक शिक्षक का ही है क्योंकि वो उन सपनों को साकार करता है जो किसी और के होते हैं। आज सामाजिक सौहार्द का स्वाद कम होता जा रहा है हर तरफ रूखा और स्वादहीन वातावरण बनता जा रहा है ऐसे में एक शिक्षक की भूमिका बहुत बड़ी हो जाती है।

कार्यक्रम के अंत में स्कूल प्रबंधन की ओर से डॉ वोहरा ने अनिरुद्ध उमट का सम्मान किया तथा उनका आभार प्रकट किया।

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