अभिनव टाइम्स | प्रारंभिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में रीट-2021 लेवल वन में चयनित 15500 शिक्षकों के पदस्थापन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन शिक्षकों की पोस्टिंग के बाद भी राज्य के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में ग्रेड थर्ड शिक्षकों के करीब 45 हजार पद खाली रहेंगे। गांव-ढाणी के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को शिक्षकों के लिए अभी इंतजार करना होगा। दरअसल, रीट 2021 में लेवल सेकंड की परीक्षा रद्द होने के कारण 16,500 शिक्षक इन स्कूलों को नहीं मिल पाएंगे। अब जुलाई में प्रस्तावित रीट-2022 के आधार पर इन पदों को भरा जाएगा।
हालांकि इसमें समय लगेगा। क्योंकि राज्य सरकार ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के नियमों में बदलाव किया है। अब रीट को केवल पात्रता परीक्षा घोषित कर दिया गया है। यानि जुलाई- 2022 में प्रस्तावित रीट परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को तृतीय श्रेणी शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति के लिए एक और परीक्षा देनी होगी। कर्मचारी चयन आयोग की ओर से होने वाली यह शिक्षक भर्ती परीक्षा जनवरी में प्रस्तावित है। ऐसे में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों को अब लेवल सैकंड के शिक्षक अगले साल ही मिल पाएंगे। प्रारंभिक शिक्षा विभाग में लेवल सैकंड के करीब 25 हजार पद खाली चल रहे हैं। वहीं लेवल वन के 15500 पदों पर नई भर्ती के बाद भी लेवल वन के करीब 20 हजार पद खाली रहेंगे।
रीट 2022 जुलाई में, जनवरी में भर्ती परीक्षा
राज्य सरकार के फैसले के मुताबिक रीट 2021 के लेवल सैकंड के 16500 पदों को जोड़ते हुए तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 46500 पदों पर भर्ती होगी। इसमें लेवल वन के करीब 15 हजार पद शामिल हैं। जुलाई में रीट परीक्षा होगी। रीट 2022 में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को ग्रेड थर्ड टीचर पदों पर नियुक्ति के लिए जनवरी में भर्ती परीक्षा आयोजित की जाएगी।
इधर, रिक्त पदों पर तबादलों की डिमांड
राज्य सरकार की ओर से तबादलों से रोक हटाने के साथ ही तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की डिमांड शुरू हो गई है। विभिन्न शिक्षक संगठनों ने इस संबंध में सीएम को ज्ञापन भेजा है। शिक्षक संघ प्राथमिक एवं माध्यमिक के महामंत्री महेंद्र पांडे ने शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजकर तृतीय श्रेणी शिक्षकों के रिक्त पदों पर ट्रांसफर की मांग की है। शिक्षकों का कहना है कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों को पिछले तीन साल से तबादलों का मौका नहीं मिला है।