अभिनव न्यूज, नेटवर्क। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए फिर नतीजे भी सामने आए. महायुति ने सरकार में फिर कमबैक किया, लेकिन 23 नवंबर की तारीख को जब महाराष्ट्र चुनाव का रिजल्ट आया तो उसी दिन ये तस्वीर साफ हो गई थी कि BJP इस बार कॉम्प्रोमाइज करने के मूड में नहीं है.
एकनाथ शिंदे ये जानते हैं कि बीजेपी कॉम्प्रोमाइज करने के मूड में नहीं है, लेकिन नतीजे के बाद से लगातार तीन दिन वह अपने लोगों की ओर से अपनी दावेदारी आगे करते रहे. यहां तक कि उन्होंने ये भी कहलवाया कि अगर उनको मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो आने वाले बीएमसी चुनाव का नतीजा भाजपा के लिए नकारात्मक जो जाएगा और महायुति हार जाएगी.
प्रचंड जीत के बाद फिर से त्याग नहीं करेगी BJP
भाजपा शिवसेना के समर्थकों और कार्यकर्ताओं की ये सारी चीजें चुपचाप देखती रही और किसी तरह के बयानबाजी से आपने आप को दूर रखा फिर मामला बदला कैसे? अगर सूत्रों की मानें तो भाजपा के एक बड़े नेता ने कल एकनाथ शिंदे से बात की. ऐसा बताया जा रहा है कि उन्होंने एकनाथ शिंदे को ये बताया कि उनकी मांग किसी भी सूरत में मान्य नहीं है और इस बार भाजपा इतनी प्रचंड जीत के बाद फिर से त्याग नहीं करेगी.
फिर की प्रेस कांफ्रेंस
इस बातचीत के बाद ऐसा लगता है कि एकनाथ शिंदे और उनके लोगों को ये एहसास हो गया है कि उनके पास बीजेपी के मुख्यमंत्री को स्वीकार करने के अलावा और कोई चारा नहीं बचा है और शायद इसलिए आज ये प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की गई, जिसमें एकनाथ शिंदे ने साफ कर दिया कि उनके कारण महाराष्ट्र में सरकार बनाने में कोई दिक्कत नहीं होगी. उन्होंने कहा, ‘मैंने पीएम मोदी से साफ कर दिया कि मेरी वजह से महाराष्ट्र में सरकार बनाने में कोई दिक्कत नहीं होगी. मैं पीएम मोदी-अमित शाह के फैसले का सम्मान करूंगा.’