बीकानेर मंडल में अब तक 570 रेल कर्मयोगियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है
बीकानेर | रेल यात्रियों को अब अपने काम के लिए स्टेशन पर जगह-जगह नहीं भटकना पड़ेगा। उनकी मदद के लिए स्टेशन पर रेल कर्मयोगी उनका सहयोग करेंगे। उत्तर पश्चिम रेलवे के बीकानेर मंडल में अब तक 570 रेल कर्मयोगियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिनका रेल यात्रियों से सीधा संवाद और संपर्क रहता है। कर्मयोगियों को प्रशिक्षित करने के लिए बीकानेर मंडल ने आठ कार्मिकों को भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान लखनऊ भेजा था। प्रशिक्षण लेकर लौटे इन आठ कार्मिकों ने छोटे-छोटे समूह बनाकर 570 कार्मिकों को रेल कर्मयोगी की ट्रेनिंग दी।
उत्तर पश्चिम रेलवे के डीआरएम राजीव श्रीवास्तव ने बुधवार को लखनऊ से लौटे आठ मास्टर ट्रेनर को नकद पुरस्कार और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के सुपर ट्रेनर रहे सूरतगढ़ के टीटीआई लक्ष्मीनारायण, हनुमानगढ़ के सीसीसी पुष्पेंद्र, श्रीगंगानगर के सीपीएस कपिल भांबरी, सूरतगढ़ के सीसीसी रवि कुमार, हिसार के टीटीआई सुमित, भिवानी के टीटीआई हीरालाल तथा झाड़ली के सीजीएस गौतम जांगड़ा ने सभी कार्मिकों को प्रशिक्षित किया है।
कैसे बनेंगे मददगार : डीआरएम राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि रेल कर्मयोगी की ट्रेनिंग उन कार्मिकों को दी गई है, जिनके पास यात्री स्टेशन पर सीधे पहुंचते हैं। उन्होंने बताया कि कई बार अनजान और कम पढ़े-लिखे यात्रियों को यात्रा संबंधी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, लेकिन अब उनकी मदद के लिए टीटीआई, सीसीसी, टीटीआई, सीजीएस कार्मिक तैयार रहेंगे। ट्रेनिंग के दौरान रेल कर्मयोगी को रेल सेवाओं की समय पर उपलब्धता, ट्रेन व स्टेशन पर स्वास्थ्य सेवाओं, उपलब्ध सुविधाओं से यात्रियों को लाभान्वित करना बताया गया था।