सर्जन डॉ विजयपाल। मरीजों की सर्जरी के साथ पर्यावरण को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। हर साल सैकड़ों पौधे लगाने के अलावा अब सिंगल यूज प्लास्टिक को काम नहीं लेने के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए कपड़े के थैले बांटने में लगे हैं। उनका कहना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक प्रकृति को खत्म करने में लगी है। इसके दुष्परिणाम आज भी हैं। भविष्य में ज्यादा होंगे। बचने के लिए हर व्यक्ति को सिंगल यूज प्लास्टिक बंद करना होगा। बाजार में जाते समय कपड़े के थैले में सामान लेकर आएं। तभी यह बदलाव हो सकेगा।
1 जुलाई से शुरूआत
डॉ विजय पाल ने 1 जुलाई से ही इस अभियान की शुरूआत सबसे पहले की। इसी दिन से सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन किया। उसी दिन से डॉ विजयपाल ने सब्जीमंडी के जाकर 100 कपड़े के थैले आमजन को बांटे। उनको समझाया कि बाजार में पॉलीथिन में सामान नहीं खरीदें। इसके अलावा प्लास्टिक के ग्लाश व चम्मच सहित अनेक प्रकार के सिंगल यूज प्लास्टिक को काम नहीं लें। इसकी शुरूआत बाजार में पकड़े के थैला लेकर जाने से करें। ताकि एक-दूसरे लोग आपस में जागरूक हो सकें।
वाटर हार्वेस्टिंग और पौधरोपण भी
डॉ विजयपाल अब तक हजारों पौधे लवा चुके हैं। उनकी खासियत है कि केवल पौधा नहीं लगवाते बल्कि उसके पेड़ बनने तक की जिम्मेदारी देते हैं। बिना ट्री गार्ड के पौधरोपण नहीं कराते हैं। तभी पौधे का पेड़ बनना तयहोता है। इसके अलावा वाटर हावर्सेंटिंग के लिए लिए आमजन को जागरूक करते हैं। कई सरकारी कार्यालयों में वाटर हार्वेस्टिंग कराया भी है। उसके बाद अब प्लास्टिक को उपयोग रुकवाने के लिए अलवर शहर में कदम आगे बढ़ाया है।
मानस ग्रुप भी आगे आया
डॉ विजयपाल के बाद अब नेक कमाई समूह के जरिए मानस ग्रुप भी आगे आया है। उन्होंने भी रविवार को कंपनी बाग में आमजन को कपड़े के थैले बंटवाए हैं। इसके अलावा कंपनी बाग में पौधे भी लगाए गए। इसदौरान कुलपति प्रो जेपी यादव, अभिषेक तनेजा, आशुतोष शर्मा, दौलतराम हजरती, सौरभ शर्मा सहित काफी लोग मौजूद थे।