अभिनव न्यूज
अजमेर। सचिन पायलट के खास माने जाने वाले कांग्रेस विधायक राकेश पारीक ने मसूदा को अजमेर जिले में ही रखने की मांग की है। इसके लिए मंगलवार शाम को कलेक्टर से मुलाकात की। कहा- अगर उनकी विधानसभा सीट मसूदा को प्रशासनिक दृष्टि से अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजमेर में नहीं रखा गया तो वह धरने पर बैठेंगे।
सचिन पायलट पहले ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। अब मसूदा विधायक राकेश पारीक ने भी सरकार को चेतावनी दे दी है। पारीक ने जिला कलेक्टर अंशदीप को ज्ञापन देने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केकड़ी में अतिरिक्त जिला कलेक्टर का नया कार्यालय बनाया है। इसमें मसूदा, बिजयनगर और भिनाय तहसील को शामिल किया गया है।
ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की मांग है कि मसूदा विधानसभा की तीनों तहसीलों को केकड़ी अतिरिक्त जिला कलेक्टर कार्यालय में शामिल नहीं किया जाए। इन्हें अजमेर में ही रखा जाए।
पारीक ने कहा- मुख्यमंत्री गहलोत, प्रदेश प्रभारी रंधावा और प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा से वन टू वन संवाद में उन्हें 12 पॉइंट्स दिए थे। इसमें 1 पॉइंट जिले के नवीन सीमाओं के बारे में था। पारीक ने कहा- इसे लेकर मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि मसूदा विधानसभा क्षेत्र की जनता से चर्चा कर किस तहसील को किस जिले में रहना है, इसका बाद में ही निर्णय लिया जाए। जिले की सीमा जनता के अनुरूप ही बनाई जाए।
पारीक ने कहा- मसूदा से केकड़ी जाना 100 किलोमीटर और बिजयनगर से केकड़ी जाना 80 किलोमीटर है। पारीक ने कहा- मसूदा से अजमेर का साधन सीधा है। मसूदा से ब्यावर का साधन सीधा है। केकड़ी जाने का साधन नहीं है। इन सभी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है।
पारीक ने चेतावनी देते हुए कहा- जनता की वाजिब मांग पर सरकार कोताही बरतती है। उन्हें हजारों जनता के साथ धरने पर बैठना पड़े तो भी वह पीछे नहीं होंगे। पारीक ने जिला कलेक्टर को दिए ज्ञापन में बताया कि उक्त आदेश से कांग्रेस की राज्य सरकार पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
आमजन एवं जनप्रतिनिधियों के प्रति गहरा रोष व्याप्त है। इससे आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को भारी नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि जारी किए गए आदेश को वापस लिया जाए और मसूदा भिनाय और बिजयनगर को अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजमेर के अधीन ही रखा जाए।