अभिनव टाइम्स बीकानेर।
बीकानेर। बीकानेर के रेलवे प्रेक्षागृह में शुक्रवार को अद्भुत नजारा देखने को मिला । सौ से अधिक नवोदित और वरिष्ठ चित्रकारों ने एक साथ सैकड़ों मनमोहक कलाकृतियां उकेरी । ऐसे लग रहा था मानो इन्द्रधनुष के सातों रंग जमीन पर उतर आए हों। प्रात: नौ बजे रेलवे के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक निर्मल कुमार शर्मा ने जब अनुपम कला कुम्भ 2022 का उद्घाटन किया, उसके तुरंत बाद कैनवासों पर देश, समय और समाज की विभिन्न परिस्थितियां चित्रों के रूप में आकार लेने लगी। इन चित्रों में राष्ट्रीय गौरव, साम्प्रदायिक सौहार्द्र, गौ माता पर लम्पी महामारी के रूप में आया हुआ संकट, ग्रामीण जनजीवन, प्राकृतिक सौंदर्य और आतंकवाद आदि की समस्याओं को प्रभावी ढंग से उभारा गया ।
उत्तर पश्चिम रेलवे, बीकानेर मंडल की ओर से आयोजित इस कला कुम्भ के समापन समारोह में मुख्य परियोजना प्रबंधक निर्मल कुमार शर्मा ने कहा कि कलाएं मनुष्य को मनुष्य के रूप में संस्कारित करती है, इसलिए कला साधना के ऐसे आयोजन निरन्तर होने चाहिए। रेलवे के वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी सुरेन्द्र कुमार बारहठ ने कहा कि बीकानेर में आश्चर्यचकित करने वाली प्रतिभाएं हैं, इनको राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। रेलवे के राजभाषा अधिकारी अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि अनुपम कला कुम्भ अपने आप में एक अनूठा आयोजन है जहां वरिष्ठ और नवांकुर कलाधर्मी एक साथ कला साधना कर रहे हैं। वरिष्ठ चित्रकार कलाश्री, सन्नू हर्ष, पृथ्वीसिंह, एस के नाथ, धर्मा स्वामी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
समापन सत्र में संजय आचार्य वरुण, राजेश के. ओझा, रमेश भोजक समीर और राजेश छंगाणी सहित समस्त प्रतिभागी कलाकारों को सम्मानित किया गया। चित्रकार मुदित शर्मा, विकास मीणा, महेश कुमार, रिछपाल और कोलायत से आए हुए चित्रकार रूपेश को विशेष सम्मान दिया गया। वरिष्ठ चित्रकार उमाशंकर मारू ने आगन्तुकों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन हिमानी शर्मा ने किया।