अभिनव न्यूज, जयपुर। चुनावी वर्ष में बिगड़ती क़ानून व्यवस्था ( Rajasthan Law and Order ) और विरोधियों के हमलावर रुख का असर सरकार पर भी दिखने लगा है। गृह मंत्री का ज़िम्मा संभाल रहे सीएम गहलोत ( CM Ashok Gehlot ) अपने विभाग की आतंरिक बैठकों के साथ ही सार्वजनिक बयानों में आपराधिक तत्वों से सख्ती से निपटने की बात कह रहे हैं। इसी क्रम में सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार देर रात क़ानून व्यवस्था पर पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली। एक सप्ताह के दौरान मुख्यमंत्री की ये दूसरी अहम बैठक रही।
इस दौरान उन्होंने महिलाओं और कमजोर वर्ग के विरूद्ध अपराधों पर नकेल कसने के लिए स्पेशल ऑपरेशन चलाने के निर्देश दिए। खासतौर से माहौल बिगाड़ने वाले मनचलों का रिकॉर्ड संधारित करने और उनके चरित्र प्रमाण पत्र में छेडछाड में लिप्त होने का उल्लेख करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि आदतन मनचलों पर सरकारी नौकरी से अयोग्य घोषित करने तक की कार्यवाही की जाए।
वहीं मुख्यमंत्री ने भीलवाड़ा में किशोरी से गैंगरेप के बाद ह्त्या मामले में अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने के पुलिस अफसरों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस घटना को राजनीतिक रंग दिया जाना सही नहीं है।
बार एवं नाइट क्लबों पर होगी सख्ती
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि निर्धारित समय से अधिक वक्त तक खुलने वाले बार एवं नाइट क्लबों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। इन क्लबों के प्रबंधकों के साथ मालिकों की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। नियमों का उल्लंघन करने पर ऐसे क्लबों का लाइसेंस निरस्त करने की कार्यवाही की जाएगी।
…इधर फिर गर्माया बिगड़ी क़ानून व्यवस्था का मुद्दा
प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर गहलोत सरकार लगातार निशाने पर है। चुनावी वर्ष में सबसे बड़ा मुद्दा बने इस मुद्दे को उठाने और सरकार को चौतरफा घेरने का विरोधी दल भी कोई मौक़ा नहीं छोड़ रहे हैं। अब नए ज़िले बने सांचौर में गैंगवार के चलते एक शराब कारोबारी की हत्या का ताज़ा घटनाक्रम सियासी तूल पकड़ रहा है। इस हत्याकांड पर भाजपा और आरएलपी ने सरकारी विरोधी ‘हल्ला बोल’ करना तेज़ कर दिया है।