अभिनव टाइम्स बीकानेर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी उफान पर है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अब केरल पहुंच गए हैं. जहां उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की है. इसी बीच अब उनका एक बड़ा बयान सामने आया है. जिससे राजस्थान की सियासत में गहमागमी बढ़ सकती है. राहुल गांधी के ‘एक व्यक्ति, एक पद’ सिद्धांत’ वाले बयान के बाद अब सीएम गहलोत ने भी इसका समर्थन किया है.
दूसरी ओर आज केरल में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री गहलोत ने साफ़ कर दिया है कि एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत ही लागू होगा. कांग्रेस अध्यक्ष पद पर रहते हुए दूसरे पद पर काम करना संभव नहीं है. हालांकि अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि उन्हें अब किसी भी पद की चाह नहीं है. देश भर में कांग्रेस को मज़बूत करने की दिशा में काम करना चाहते हैं. लेकिन पार्टी आलाकमान उन्हें अध्यक्ष पद पर देखना चाहता है. लिहाज़ा राहुल गांधी से मुलाक़ात के बाद ही आगे की रणनीति तय होगी.
इससे पहले केरल में राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने प्रेस कांफ्रेंस में बड़ा बयान देते हुए कहा था कि एक व्यक्ति को एक पद पर ही रहना चाहिए. राहुल गांधी ने कहा कि हमने उदयपुर में देश के लोगों से और पार्टी कार्यकर्ताओं से एक वादा किया था. मुझे भरोसा है कि हम उस पर खरा उतरेंगे. राहुल गांधी ने कहा कि उदयपुर डिक्लेरेशन के मुताबिक ‘एक व्यक्ति, एक पद’ सिद्धांत को मेंटेन करना चाहिए. कांग्रेस अध्यक्ष ( Congress President ) पद के दावेदारों को सलाह देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का पद वैचारिक पद है. जिसमें भारत का दृष्टिकोण है.
दरअसल केरल दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी से मुलाकात की है. राहुल गांधी को अध्यक्ष पद के लिए मनाने के लिए सीएम गहलोत ने आख़िरी कोशिश की. राहुल गांधी के नहीं मानने पर अशोक गहलोत नामांकन दाख़िल करेंगे. नामांकन दाख़िल करने की तारीख फिलहाल तय नहीं हुई है.