अभिनव न्यूज
कोटा। कोटा के भीमगंजमंडी इलाके में शनिवार देर शाम को कार्रवाई करते हुए बचपन बचाओ आंदोलन और चाइल्ड लाइन की टीम ने तीन बच्चों को रेस्क्यू किया। तीनों बच्चों से बाल श्रम करवाया जा रहा था। पुलिस की मदद से यह कार्यवाही की गई है। सहायक परियोजना अधिकारी मोहम्मद दिलशाद ने बताया कि बचपन बचाओ आंदोलन की रेखा कुमारी को सूचना मिली थी कि भीमगंजमंडी इलाके में एक निर्माण काम चल रहा है।
जहां पर नाबालिग बच्चों से मजदूरी करवाई जा रही है। 10 से 13 साल तक के बच्चों से रिस्क वाला काम करवाया जा रहा है। जिससे उन्हें खतरा हो सकता है। इस सूचना के बाद टीम भीमगंजमंडी पहुंची और सूचना के बारे में पुलिस को जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस की मदद से टीम ने मौके पर पहुंचकर सत्यापन किया तो मौके पर तीन नाबालिग काम करते मिले। यहां पर निर्माण काम चल रहा था जहां ठेकेदार की ओर से तीनों नाबालिग से ग्राइंडर मशीन से पत्थर घिसना, पत्थर की कटिंग करने जैसे काम करवाए जा रहे थे। इसके बाद पत्थरों को जमाने का काम भी बच्चों से करवाया जा रहा था।
तीनों बच्चों को टीम ने रेस्क्यू करवाया और काउंसिलिंग की गई जिसमें उन्होंने बताया कि घर की पारिवारिक हालत ठीक नहीं होने से ठेकेदार ने आर्थिक मदद का नाम लेकर काम पर बुलाया था। उनसे आठ घंटे काम करवाया जा रहा था। बच्चों को सीडब्लूसी के समक्ष पेश कर अस्थाई रूप से शेल्टर होम में आश्रय दिलाया गया है। साथ ही ठेकेदार के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इन बच्चों से आठ घंटे तक काम करवाया जा रहा था और केवल चार सौ रुपए दिए जा रहे थे।