15 दिनों से न प्रेयर हुई न नियमों से मिड डे मील, टॉयलेट बदबू मार रहे, 2 टीचर में से 1 ट्रेनिंग में
अभिनव न्यूज
भीलवाड़ा | में संचालित होने वाली सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था और अन्य सुविधाएं पूरी तरह से डगमगाई हुई हैं। ऐसा ही मामला मंगलवार को जहापुर उपखंड के बांदोला स्कूल में सामने आया है जहां पिछले 15 दिनों न ही स्कूल में प्रार्थना हुई है और न ही बच्चों के लिए नियमों से पोषाहार बना है। बच्चे स्कूल भी आ रहे हैं लेकिन, यहां शिक्षक समय से काफी लेट आ रहे हैं। ऐसे में जब तक शिक्षक नहीं आते स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे ही स्कूल की सफाई करते हैं। वहीं स्कूल में बनाए गए टॉयलेट बुरी तरह गंदगी में अटे हुए हैं।
बांदोला गांव में प्राथमिक स्तर का स्कूल संचालित होता है। एक जुलाई से यह स्कूल चल रहा है। इस स्कूल में 31 बच्चों का नामांकन है और दो शिक्षक यहां कार्यरत हैं। एक शिक्षक पहले मेडिकल अवकाश पर था और अभी किसी ट्रेनिंग में गए हैं। वहीं दूसरे शिक्षक अकेले स्कूल संभाल रहे हैं, लेकिन वह भी स्कूल समय से काफी लेट आते हैं। ऐसे में पिछले 15 दिनों से स्कूल के बच्चे तो समय पर आ जाते हैं लेकिन, शिक्षक समय पर नहीं आते। जिसके चलते बच्चों को संभालने वाला कोई नहीं है।
निरीक्षण में खुली पोल
मंगलवार को स्कूल के पीईईओ व किशनगढ़ स्कूल के प्रिंसिपल सोजीराम मीणा बांदोला स्कूल पहुंचे। निरीक्षण के दौरान स्टूडेंट स्कूल में झाड़ू लगाते और सफाई करते नजर आए। वहीं स्कूल में कोई स्टॉफ नहीं था। ऐसे में अब पीईईओ ने स्कूल के संस्थान प्रधान को नोटिस दिया है।
बदहाल स्कूल की व्यवस्था
पीईईओ के निरीक्षण में बांदोला स्कूल की व्यवस्था काफी खराब दिखी। जहां स्कूल परिसर की सफाई नहींं हो रखी थी। वहीं स्कूल में शौचालय पर बदतर स्थिति में थे। ऐसे में बच्चों व स्टॉफ खुले में ही टॉयलेट के लिए जाते है।
संस्था प्रधान को नोटिस दिया है
– बांदोला प्राथमिक स्कूल में मंगलवार को निरीक्षण किया गया। वहां स्टॉफ नहीं मिला। फोन कर पूछने पर पता चला कि एक शिक्षक ट्रेनिंग में गए हुए है। और दूसरे शिक्षक लेट हो गए। बच्चों से पूछने पर पता चला शिक्षक स्कूल में लेट आते है। और स्कूल में पिछले 15 दिनों से नियमों से मिड डे मील भी नहीं बन रहा। स्कूल की व्यवस्था भी काफी खराब है। इस मामले में स्कूल के संस्था प्रधान को नोटिस दिया गया है।