हंगामा नहीं हक़ की बात शोर नहीं सच का साथ
पत्रकारिता की उत्पत्ति मानव समाज में मर्यादाओं, मानवीय मूल्यों और मानव मात्र के मूल अधिकारों के संरक्षण के लिए हुई थी। ये वो विधा है जो अपने समय के सच को ईमानदारी के साथ सामने रखती है। पत्रकारिता से आजीविका उपार्जन तो किया जा सकता है लेकिन ये पवित्र कार्य व्यवसाय नहीं है। इसे व्यवसाय बनाने के प्रयास किसी दृष्टिकोण से उचित नहीं माने जा सकते। पत्रकारिता एक लोकतांत्रिक राष्ट्र का सौन्दर्य होता है। आमजन का हित चिंतन करनाए राष्ट्र की गरिमा के लिए स्वयं सजग रहना और लोगों को जागरूक रखना पत्रकारिता का धर्म होता है। ऐसे ही संकल्पों और उद्देश्यों के साथ अभिनव टाइम्स की टीम आज से आपके बीच है। इसे अपने जीवन और परिवार का हिस्सा बनाइए। हम आपकी आवाज को बुलंद करेंगे। अभिनव टाइम्स खबरों का एक ऐसा मंच हैं जो निष्पक्ष है, निर्भीक है और तटस्थ है। अभिनव टाइम्स एक ऐसे समय और समाज की परिकल्पना लेकर आपके बीच उप...