17 जून 2022: पढ़ें आज का पंचांग, जानें मुहूर्त, दिशाशूल एवं राहुकाल
शुभ मास- आषाढ़ मास कृष्ण पक्षशुभ तिथि तृतीया जया संज्ञक तिथि प्रातः 6 बजकर 11 मिनट तक तत्पश्चात चतुर्थी रिक्ता संज्ञक तिथि आरम्भ. तृतीया तिथि में सभी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्य, विवाह, प्रतिष्ठा, अन्नप्राशन, यज्ञोपवीत, उत्सव, यज्ञादि कार्य विशेष शुभ माने जाते हैं. तृतीया तिथि में जन्मे जातक प्रमादी, धनवान, बुद्धिवान, भाग्यवान, पराक्रमी होते हैं.
उत्तरा षाढ़ा "ध्रुव-ऊर्ध्व मुख" संज्ञक प्रातः 9 बजकर 55 मिनट तक रहेगा. उत्तरषाढ़ा नक्षत्र में बोरिंग, शिल्प, विद्या आरम्भ, वास्तु शांति इत्यादि कार्य विशेष रूप से सिद्ध होते हैं. उत्तरषाढ़ा नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक स्वतन्त्र विचारों वाला, कठोर मेहनत करने वाला, धनवान, बुद्धिमान, आज्ञाकारी, धर्मपरायण होते हैं.
चन्द्रमा- सम्पूर्ण दिन मकर राशि में संचार करेगा.
व्रतोत्सव- चतुर्थी तिथि क्षय, चतुर्थी व्रत, चंद्रोदय रा...