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Thursday, September 19

साहित्य

जन्म दिवस पर कवि स्वर्णकार का एकल काव्य पाठ

जन्म दिवस पर कवि स्वर्णकार का एकल काव्य पाठ

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अभिनव न्यूज, बीकानेर। शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान के तत्वावधान में हिन्दी-राजस्थानी भाषा के कवि राजाराम स्वर्णकार का एकल काव्य पाठ एवं सम्मान समारोह बर्तन बाजार स्थित शिव निवास में आयोजित किया गया। प्रारंभ में कथाकार अशफाक कादरी ने स्वागत उद्बोधन देते हुए राजाराम स्वर्णकार के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। कवि राजाराम स्वर्णकार ने हिन्दी-राजस्थानी की लगभग एक दर्जन से अधिक कविताओं का प्रभावी वाचन करते हुए अपनी रचना प्रक्रिया की चर्चा की। शब्दों की पूजा करता मैं नहीं दलाली करता हूँ ----, रूप किशोरी चन्द्रचकोरी ये बतला तू कौन है ?, जिंदगी के मर्म को अबतक समझ पाया नहीं जैसी भावपूर्ण कविताएं सुनाई, स्वर्णकार ने शब्दों की पूजा , जिंदगी का मर्म, वारे-न्यारे , बतला तूं कौन है ? , नारी जब हुंकार भरेगी , गहरी संवेदना, एवं राजस्थानी भाषा की ऐ रिस्ता झीणा झीणा रै, कान्या मान्या ...
निरन्तर बढ़ रहा है हिंदी का प्रभुत्व: हिंदी दिवस पर हुआ समारोह

निरन्तर बढ़ रहा है हिंदी का प्रभुत्व: हिंदी दिवस पर हुआ समारोह

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अभिनव न्यूज, श्रीडूंगरगढ़। हिन्दी समूचे विश्व में पांच हजार भाषाओं में तीसरे स्थान पर है और देश विदेश में वह अपनी जड़ों को जमा रही है। अगर देश में कोई भाषा अपना सामर्थ्य, कोशिश, व्यवहार व व्यापार की इच्छा रखती है तो वो भाषा हिन्दी है। ये उद्गार यहां संस्कृति भवन में शनिवार को राष्ट्र भाषा हिन्दी प्रचार समिति व जनार्दनराय नागर राजस्थान वि‌द्यापीठ, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हिन्दी दिवस समारोह में समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रख्यात साहित्यकार सूरज सिंह नेगी ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि दुःख की बात यह है कि हिंदी भाषा अपने देश में जिस समान की अधिकारिणी है वो सम्मान प्राप्त नहीं कर पा रही है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक ताराचंद सारस्वत ने कहा कि हिन्दी का सम्मान करना इस देश के हर नागरिक का कर्तव्य है। वर्तमान काल में यह समझा जा रहा है की अगर अंग्रेजी नहीं आती है तो ...
सेंट विवेकानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल में गूंजे सद्भाव के गीत

सेंट विवेकानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल में गूंजे सद्भाव के गीत

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विद्यालय के हिन्दी विभाग ने किया कवि सम्मेलन का आयोजन अभिनव न्यूज, बीकानेर। जयनारायण व्यास कॉलोनी स्थित सेंट विवेकानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल के हिंदी विभाग द्वारा हिंदी दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें कवि सम्मेलन और सृजन संवाद का आयोजन हुआ। इस अवसर पर कवियों ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। आमंत्रित कवियों ने कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से की। विद्यार्थी परिषद् द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में वरिष्ठ गीतकार,पत्रकार संजय आचार्य वरुण ने अपनी कविता में हिंदी दिवस का महत्व बताया। आचार्य ने अपने गीत ‘तुमने बांधा आवाजों को, दीवारों से छनकर आई’ से श्रोताओं के मन को मोह लिया। युवा कवि योगेश राजस्थानी ने अपनी ‘हे राधा‘, ‘ख्याली पुलाव’ आदि कविताएं सुनाई। राजस्थानी ने कहा की प्रत्येक भाषा अपनी बोलियों से ही समृद्ध बनती है अतः बोलियां भाषा के विकास की समर्थक है ना की विरो...
युवा रचनाकारों ने राजस्थानी में किया प्रभावी कविता पाठ

युवा रचनाकारों ने राजस्थानी में किया प्रभावी कविता पाठ

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अभिनव न्यूज, बीकानेर। सादूल राजस्थानी रिसर्च इंस्टीट्यूट, बीकानेर के तत्वावधान में समकालीन राजस्थानी युवा कविता के स्वर कार्यक्रम की तीसरी कड़ी का आयोजन रविवार को बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल के सभागार में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि -कथाकार राजेन्द्र जोशी ने की, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि साहित्यकार-सम्पादक रवि पुरोहित थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजेन्द्र जोशी ने कहा कि राजस्थानी भाषा में वर्तमान पीढ़ी सर्वाधिक संभावनाशील नजर आती है। मुख्य अतिथि साहित्यकार रवि पुरोहित ने कहा कि युवा कवियों को अपनी सर्जनात्मक प्रविधि में राजस्थानी मुहावरे, संस्कृति और मूल्य बोध को रचनाओं में शामिल करना चाहिए। रविवार को आयोजित कार्यक्रम में राजस्थानी के तीन युवा कवियों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से कार्यक्रम को उमंग और जोश से भर दिया आज के युवा कवियों में शंशाक शेखर जोशी , राहुल पं...
दिल्ली के दिल पर दस्तक दे आए इरशाद अज़ीज़

दिल्ली के दिल पर दस्तक दे आए इरशाद अज़ीज़

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■ संजय आचार्य वरुण कुछ लोग अपने काम की इबारत को कुछ इस तरह से लिखते हैं कि वो इतिहास बन जाता है। चूंकि हर बीता हुआ दिन इतिहास नहीं होता, इसीलिए जिनमें इतिहास बनाने की कुव्वत होती है वे बनी- बनाई लकीरों पर नहीं चलते। वे अपने हर दिन को कुछ इस तरह से जीते हैं कि उनका जीया हुआ और उनका किया हुआ लोगों के लिए मिसाल बन जाता है। अदब या साहित्य की बात करें तो इस क्षेत्र में बीकानेर से एक ऐसा नाम उभरकर सामने आ रहा है जो अदब का ऊंचा आसमान अपने हाथों से छूने की ज़िद लिए निरंतर चल रहा है, वो नाम है इरशाद अज़ीज़ का। ये वो ही इरशाद अज़ीज़ हैं जिन्होंने भारत की आज़ादी के बाद बीकानेर का पहला दीवान उर्दू शायरी को दिया है। हो सकता है कि उनका दीवान 'आहट' आज़ादी के बाद का राजस्थान का भी पहला दीवान हो। उर्दू अदब की तारीख़ में नए दौर के पहले साहिबे दीवान शाइर होने के बाद इस 29 अगस्त 2024 को इरशाद अज़ीज़ ने एक...
गीतों, ग़ज़लों और कविताओं ने समा बांधाआल्स के आलमी कवि सम्मेलन और मुशायरे में

गीतों, ग़ज़लों और कविताओं ने समा बांधाआल्स के आलमी कवि सम्मेलन और मुशायरे में

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अभिनव न्यूज, नेटवर्क। 'तुम हो खंज़र भी तो सीने में समा लेंगे तुम्हें, पर जरा प्यार से बाहों में तो भरकर देखो' अपनी शायरी के ज़रिये अम्न और मुहब्बत का पैग़ाम देने वाले बीकानेर के मशहूर शायर अज़ीज़ आज़ाद की ये पंक्तियां गुरुवार को राजधानी दिल्ली की ग़ालिब एकेडमी में जब इरशाद अज़ीज़ ने पढ़ी तो पूरा सभागार एक स्वर में वाह वाह कर उठा। मौका था अज़ीज़ आज़ाद लिटरेरी सोसायटी (आल्स) की तरफ से एक अन्तरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का। यह आयोजन दुनियाभर में भारतीय कवियों- शायरों को बड़े मंच देने वाले, दुबई की मशहूर अदबी शख्सियत सैयद सलाहुद्दीन के सम्मान में रखा गया। इस प्रोग्राम 'एक शाम सैयद सलाहुद्दीन के नाम' में देश और दुनिया के नामचीन कवियों और शायरों ने अपने बहुरंगी अपने क़लाम पेश किए। दिल्ली की ग़ालिब एकेडमी में 29 अगस्त को देर रात्रि तक चलने वाले इस आलमी कवि सम्मेलन एवं मुशायरे की स...
पुस्तक ‘शब्द सार सहस्त्र धार’ पर चर्चा का आयोजन

पुस्तक ‘शब्द सार सहस्त्र धार’ पर चर्चा का आयोजन

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अभिनव न्यूज, बीकानेर। अजित फाउण्डेशन द्वारा आयोजित मासिक पुस्तक चर्चा कार्यक्रम के तहत इस माह साहित्कार सरोज भाटी की ‘‘शब्द सार सहस्त्र धार‘‘ पुस्तक पर चर्चा अजित फाउंडेशन सभागार में आयोजित की गई। इस पर अवसर पर मुख्य समीक्षक के रूप में पुस्तक की समीक्षा करते हुए कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने कहा कि कालयात्रा की दृष्टि से छंद विधा सबसे पुरातन, सबसे अधिक लोकप्रिय और प्रासंगिक मानी गई है। पुस्तक में विभिन्न विषयों पर 1111 दोहों का समावेश है जोकि बहुत ही उम्दा भाषा में लिखे गए है। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. नरसिंह बिनानी ने कहा कि पुस्तक ‘‘गागर में सागर’’ भरने जैसी है। इस पुस्तक में कम शब्दों में बहुत ज्यादा बात कही गई है जोकि समाज एवं वर्तमान परिवेश के लिए बहुत आवश्यक है। पुस्तक की लेखिका सरोज भाटी ने कहा कि हमारे लगभग सभी शास्त्र छंद विधा में लिखे गए है और मेरे द्वारा रचित ये ...
‘सृजन के वातायन’ कार्यक्रम में हुआ कवि वरुण का रचना पाठ और अभिनंदन

‘सृजन के वातायन’ कार्यक्रम में हुआ कवि वरुण का रचना पाठ और अभिनंदन

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अभिनव न्यूज, बीकानेर। 'आसानी से मिल जाता हूं, दरवाजे सा खुल जाता हूं, अंधियारा मिट जाए सारा, मैं दीपक बन जल जाता हूं।' ऐसी काव्य पंक्तियां शनिवार की शाम को हंशा गेस्ट हाउस के सभागार में गुंजायमान हो रही थी, अवसर था कवि- गीतकार संजय आचार्य वरुण के जन्म दिवस पर आयोजित कार्यक्रम 'संजय : सृजन के वातायन' का। अज़ीज़ आज़ाद लिटरेरी सोसायटी की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग एक घण्टे तक संजय आचार्य वरुण ने हिन्दी, राजस्थानी और उर्दू की विविध आयामी रचनाएं प्रस्तुत की। उनके गीत ' मेरी लुट गई सारी रात, मन दरवाजे तेरे बंद चिटकणी और काया ढोऊं माया ढोऊं' को उपस्थित श्रोताओं द्वारा खूब पसंद किया गया। राजस्थानी गीत 'किण विध कैवूं पीड़ सांवरा, कूण सुणैला म्हारी रे, भारत भू रौ कूण रुखाळौ, राखौ पत गिरधारी रे" पर बहुत सराहना मिली। ग़ज़ल 'समंदर ग़मों का डुबोता नहीं है, मुझे आंसुओं में भिगोता नहीं है' को भी ...
कवि वरुण का एकल काव्य पाठ शनिवार को

कवि वरुण का एकल काव्य पाठ शनिवार को

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अभिनव न्यूज, बीकानेर। अजीज आजाद लिटरेरी सोसायटी द्वारा तीन अगस्त को कवि-शायर व गीतकार संजय आचार्य 'वरुण'के एकल-काव्य पाठ का आयोजन शनिवार को किया जा रहा है। सोसायटी के सचिव इरशाद अजीज ने बताया कि हंशा गेस्ट हाउस में शाम पांच बजे प्रारंभ होने वाले इस आयोजन में संजय आचार्य 'वरुण'अपनी चुनिंदा रचनाओं का वाचन करेंगे। कवि वरुण बीकानेर की हिंदी छंदबद्ध कविताओं के प्रतिनिधि कवि हैं, जिन्होंने देशभर में कईं कवि सम्मेलनों में अपनी छाप छोड़ी है। इस अवसर पर वरुण का सम्मान भी होगा। ...
काव्य रंगत-शब्द संगत की तीसरी कड़ी 26 को

काव्य रंगत-शब्द संगत की तीसरी कड़ी 26 को

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अभिनव न्यूज, बीकानेर। प्रज्ञालय संस्थान और राजस्थानी युवा लेखक संघ द्वारा काव्य विधा पर केन्द्रित मासिक श्रृंखला ‘काव्य रंगत-शब्द संगत' की तीसरी कड़ी आगामी 26 जुलाई, 2024 वार शुक्रवार को आयोजित की जाएगी। कार्यक्रम के संयोजक वरिष्ठ साहित्यकार, कमल रंगा ने बताया कि भाषायी भाईचारे एवं समन्वय के साथ नगर की हिन्दी, उर्दू और राजस्थानी काव्य धारा को नए आयाम एवं नव ऊंचाईयां देने हेतु, इसी सकारात्मक नव पहल के तहत उक्त प्रयोजन हेतु आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के समन्वयक कवि संजय सांखला ने बताया कि इस माह का आयोजन आगामी 26 जुलाई 2024 वार शुक्रवार को सांय 6ः00 बजे नत्थूसर गेट बाहर स्थित लक्ष्मीनारायण रंगा सृजन सदन में रखा गया है। इस तीसरे आयोजन में बरसात, वर्षा, बिरखा को केन्द्र में लेकर रखा गया है। इसी को केन्द्र में रखकर कवि-शायर अपनी नव रचना का वाचन करेंगे। कविता विधा पर आधारित इस नव पहल के नव ...
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