अभिनव टाइम्स बीकानेर।
राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर द्वारा संचालित पशु विज्ञान केंद्र, लूणकरनसर द्वारा ग्याभिन पशु की देखरेख एंव प्रबन्धन विषय पर डॉ. शैलेंद्र महला, विशेषज्ञ पशु प्रसूति एवं मादा रोग विज्ञान विभाग द्वारा एक दिवसीय ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर में व्याख्यान दिया। डॉ. महला ने पशुओं में गर्भ परीक्षण का महत्व, प्रारंभिक गर्भावस्था में पशुओं की देखभाल एवं प्रसव के दौरान ध्यान में रखी जाने वाली बातें आदि के बारे में भी विस्तार से बताया। कार्यक्रम में पशु विज्ञान केन्द्र, के प्रभारी अधिकारी डॉ. अमित कुमार ने पशुओं में फेल रही लम्पी स्किन डीसीज (गाँठदार त्वचा रोग) से बचाव के तरीके बताते हुए सभी पशुपालकों क़ो इस बीमारी के लिए जागरूक किया। पशु विज्ञान केन्द्र के डॉ. हेमंत कुमार ने पशुओं में फेल रही लम्पी स्किन डीसीज (गाँठदार त्वचा रोग) से ग्रसित पशुओं के आहार एंव प्रबन्धन का विशेष ध्यान रखने का आव्हान किया और सभी पशुपालकों को पशु विज्ञान केन्द्र के विशेषज्ञों से संपर्क में रहकर ज़्यादा से ज़्यादा लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। इस ऑनलाइन प्रशिक्षण शिविर में 29 पशुपालकों ने भाग लिया।