अभिनव न्यूज।
बीकानेर: बीकानेर सहित पश्चिमी राजस्थान के दस से ज्यादा जिलों में जल संकट फिर से आने वाला है। इंदिरा गांधी नहर में मरम्मत के लिए इस बार 28 मार्च से नहर बंदी की जाएगी। ऐसे में पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, जोधपुर, नागौर, जैसलमेर और बाड़मेर तक पानी का संकट खड़ा हो सकता है। दरअसल, इन जिलों में पीने का पानी इंदिरा गांधी नहर से ही जा रहा है।
इंदिरा गांधी नहर में 28 मार्च से नहर बंदी होगी, जो दो से तीन महीने तक चल सकती है। ऐसे में नहर से सिर्फ पीने का पानी ही दिया जाएगा। सिंचाई का पानी नहीं दिया जाएगा। वहीं शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पीने का पानी भी हर रोज से कम दिया जाएगा। पेयजल संकट के कारण बीकानेर पहले भी परेशान रहा है। नहर विभाग ने नहर बंदी से पहले पीने के पानी के सभी स्रोतों को भरने की सलाह दी है। बीकानेर के शोभासर में स्थित जलाशयों को भरा जाएगा।
कलक्टर ने ली बैठक
नहर बंदी से पहले पीने के पानी की पुख्ता व्यवस्था के लिए जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने सोमवार को अधिकारियों की मीटिंग ली। इस दौरान आईजीएनपी के अधिकारी ने बताया कि आगामी नहरबंदी 28 मार्च से प्रस्तावित की गई है। जिला कलक्टर ने अधिकारियों से सात दिन में रिपोर्ट मांगी है कि किस तरह से नहर बंदी में पानी एकत्र किया जाएगा। हर घर तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने नहर बंदी से पहले सभी डिग्गियों और जल संग्रहण स्थलों को सफाई करने व शुद्ध पानी से भरने के निर्देश दिए। बैठक में जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के, पीएचईडी अधीक्षण अभियंता राजेश पुरोहित सहित आईजीएनपी व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।