अभिनव न्यूज, चूरू। चूरू जिले के दूधवाखारा थानान्तर्गत गांव गिंदी पट्टा लोहसाना की रोही के खेत में शुक्रवार दोपहर को बारिश के दौरान झोपड़ी पर आकाशीय बिजली गिरने से भाई-बहन की मौत हो गई। वहीं, पति-पत्नी बुरी तरह झुलस गए। सभी घायलों को डीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने भाई-बहन को मृत घोषित कर दिया और पति-पत्नी का इलाज शुरू कर दिया.
अस्पताल चौकी कांस्टेबल अनिता ने बताया कि गांव के अमित कस्वां ने अस्पताल में बताया कि गिंदी पत्ता लोहसाना निवासी रामकुमार महला (42), सुमन महला (40), सुरेश कस्वां (21) और लक्ष्मी कस्वां (22) खेत पर गए थे. शुक्रवार को स्नान करना है. इसी बीच बारिश होने लगी.
तभी चारों लोग खेत में बनी झोपड़ी में जाकर बैठ गये. घटना के वक्त खेत में सुरेश और लक्ष्मी की मां और घायल रामकुमार की बेटी भी मौजूद थीं, जो झोपड़ी के बाहर बैठी थीं. इसी बीच झोपड़ी पर आकाशीय बिजली गिर गई, जिससे झोपड़ी में बैठे रामकुमार और सुमन गंभीर रूप से झुलस गए। वहीं, सुरेश और लक्ष्मी की मौत हो गई।
हादसे के बाद झोपड़ी के बाहर बैठी सुरेश की मां ने अपने बड़े बेटे को फोन कर घटना की जानकारी दी, जिसने अपने गांव में उसके चाचा अमित कस्वां को घटना की जानकारी दी. अमित तुरंत पिकअप लेकर खेत पर पहुंच गया। जहां से चारों को पिकअप में बैठाकर डीबी हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां मौजूद डॉक्टरों ने सुरेश व लक्ष्मी को मृत घोषित कर दिया, जबकि गंभीर रूप से झुलसे रामकुमार व सुमन का इलाज किया गया.
हादसे की सूचना मिलने पर पंचायत समिति प्रधान दीपचंद राहड़ अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने मौजूद डॉक्टरों से झुलसे पति-पत्नी का हाल जाना। घटना की सूचना पर दूधवाखारा थाना अधिकारी अलका बिश्नोई अस्पताल पहुंची. पुलिस ने भाई-बहन के शव को मोर्चरी में रखवाया। इसके बाद पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया.
हादसे में असामयिक मौत का शिकार हुए सुरेश और लक्ष्मी अविवाहित हैं। लक्ष्मी बड़ी थी और सुरेश छोटा था। दोनों भाई-बहन सुबह खेत पर गए थे। सुरेश के बड़े भाई दरिया सिंह महाराष्ट्र के पुणे में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करते हैं। उसके पिता शीशराम कस्वां की करीब चार-पांच साल पहले मौत हो गई थी। सुरेश अभी कॉलेज में द्वितीय वर्ष का छात्र था। वहीं, लक्ष्मी प्राइवेट कॉलेज कर रही थी।