अभिनव न्यूज, नेटवर्क। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने आज उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. पहली लिस्ट में 195 उम्मीदवारों का नाम शामिल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से ही चुनाव लड़ेंगे. बीजेपी की इस लिस्ट में 34 केंद्रीय मंत्री और राज्य के नाम भी शामिल हैं. बीजेपी ने अरुणाचल वेस्ट से किरेन रिजिजू को उम्मीदवार घोषित किया है.
बीजेपी की ओर से जारी पहली लिस्ट में यूपी की 51, पश्चिम बंगाल 26, मध्य प्रदेश 24, गुजरात 15, राजस्थान 15, केरल 12, तेलंगाना 9, असम 14, झारखंड 11, छत्तीसगढ़ 11, दिल्ली 5, जम्मू कश्मीर 2, उत्तराखंड 3, अरुणाचल प्रदेश 2, गोवा 1, त्रिपुरा 1, अंडमान निकोबार और दमन एंड दीव के लिए 1 सीट पर उम्मीदवारों का ऐलान हुआ है.
वाराणसी से माननीय प्रधानमंत्री जी नरेंद्र मोदी अंडमान निकोबार विष्णु पडारे अरुणाचल प्रदेश वेस्ट किरण रिजीजू अरुणाचल ईस्ट तापीर गांवता असम करीमगंजअनुसूचित जाति सीट से कृपानाथ माला सिलचर परिमल शुक्लावैद्य
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा, पिछले कुछ दिनों में हमने एनडीए को विस्तार देने का काम किया. हमें विश्वास है कि देश में एक बार फिर से मोदी सरकार बनेगी. सबसे मन से भी यही आवाज आ रही है कि फिर एक बार मोदी सरकार. पिछले कुछ लोकसभा क्षेत्रों और प्रदेशों में रायसुमारी करने के बाद कुछ नाम पार्टी हाईकमान को भेजे गए. जिस पर केंद्रीय चुनाव समिति ने चर्चा की.
इससे पहले बीजेपी के टिकट पर 2019 का चुनाव लड़ने वाले दो बड़े चेहरे खुद ब खुद टिकट की रेस से अलग हो गए. इनमें पहला नाम पूर्वी दिल्ली से मौजूदा सांसद गौतम गंभीर का है जो खुद ही लोकसभा टिकट की रेस से बाहर हो गए हैं. गौतम गंभीर ने कहा था कि उन्होंने पार्टी से उन्हें राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने के लिए कहा है ताकि वह अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सके.
इसके अलावा दूसरा नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा का है. हजारीबाग से बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा ने शनिवार को लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया. जयंत ने ट्वीट करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि वे उन्हें प्रत्यक्ष चुनावी कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि वो भारत समेत दुनियाभर में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने के अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर सके.
इन दोनों नेताओं की ओर से यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब चर्चा है कि बीजेपी हाईकमान कई नेताओं को टिकट देने पर विचार कर रही है. पार्टी सूत्रों की मानें तो गौतम गंभीर और जयंत सिन्हा के अलावा कई और सांसद भी ऐसे हैं जिन्होंने संगठनात्मक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने की इच्छा जाहिर की है.