


अभिनव टाइम्स | बीकानेर नगर निगम की शुक्रवार को होने वाली साधारण सभा की बैठक असाधारण हो सकती है। दरअसल, इस बैठक का बहिष्कार करने की तैयारी विपक्ष नहीं बल्कि सत्ता पक्ष कर रहा है। निगम मेयर और आयुक्त के बीच चल रही खींचतान के बीच आयुक्त ने ही बैठक आहूत की है, जिसे मेयर ने असंवैधानिक करार दिया है। माना जा रहा है कि मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित अपने समर्थक पार्षदों के साथ मीटिंग का बहिष्कार कर सकती है। वहीं पार्षदों के एक सोशल मीडिया ग्रुप में आयुक्त ने साधारण सभा की बैठक में हिस्सा नहीं लेने वाले पार्षदों पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
दरअसल, पिछले लंबे समय से आयुक्त और मेयर के बीच विवाद है। बीकानेर में जगह-जगह अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई का विरोध करते हुए मेयर ने आयुक्त को अनुमति लेने के आदेश दिए थे। इसके विपरीत आयुक्त ने मेयर की अनुमति के बिना ही अतिक्रमण तोड़े। इतना ही नहीं एक संविदा कर्मचारी को नियुक्ति देने का भी मेयर ने विरोध किया लेकिन आयुक्त ने नियुक्ति दे दी। इसके बाद अब तीसरा बड़ा कदम उठाते हुए आयुक्त ने साधारण सभा की बैठक ही आहूत कर दी है। ये बैठक शुक्रवार को साढ़े ग्यारह बजे निगम सभागार में ही आयोजित होगी। जिसमें सभी पार्षदों को उपस्थित रहना होगा। बताया जा रहा है कि एक सोशल मीडिया ग्रुप में आयुक्त ने चेतावनी दी है कि हर दो महीने में एक बार बैठक होना आवश्यक है। इसी कारण नियमों के तहत ये बैठक रखी गई है। सभी पार्षदों काे साधारण सभा की मीटिंग में आना आवश्यक है। अगर कोई पार्षद कर्तव्य पालन नहीं करता है तो उस पर कार्रवाई हो सकती है। आयुक्त के इस संदेश को सीधे सीधे मेयर को चेतावनी माना जा रहा है।
बड़ा सवाल, कौन करेगा अध्यक्षता?
नगर निगम की बैठक में अगर मेयर स्वयं उपस्थित नहीं होती है तो उनकी जगह डिप्टी मेयर अध्यक्षता कर सकते हैं। अगर डिप्टी मेयर भी उपस्थित नहीं होते हैं तो ये मौका विपक्ष के पास चला जाएगा। ऐसे में उपस्थित पार्षद एक पार्षद को अध्यक्षता के लिए चुन लेंगे। यहां विपक्ष अध्यक्ष की स्वीकृति से मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी ला सकते हैं।
क्या है मीटिंग के मुद्दे?
इस मीटिंग में शहर की सफाई व्यवस्था और सीवरेज से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होनी है। इसके अलावा प्रशासनिक मुद्दों पर भी चर्चा की जानी है। नगर निगम के एक अधिकारी के खिलाफ चल रही कार्रवाई में अनुमति देने अथवा नहीं देने का निर्णय भी इस बैठक में होना है।
कांग्रेसी पार्षद रहेंगे
नगर निगम में कांग्रेस पार्षद उपस्थित रहेंगे। वरिष्ठ पार्षद जावेद पड़िहार ने बताया कि शहर से जुड़े मुद्दों पर नियमित रूप से बैठक होनी चाहिए। कांग्रेस के सभी पार्षद मीटिंग में रहेंगे। महापौर नहीं आती है तो ये शहर का दुर्भाग्य होगा।
मीटिंग बुलाना जरूरी
आयुक्त ने बातचीत में कहा कि नगर निगम की मीटिंग हर दो महीने में होना जरूरी है। इसी साधारण सभा के लिए आदेश जारी किए गए हैं।