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Thursday, November 21

बीकानेर भाजपा : दीपक से कमल तक की उतार चढ़ाव भरी यात्रा

बीजेपी कार्यालय शुभारम्भ अवसर पर विशेष

बीकानेर। भारतीय जनसंघ का राजनैतिक की यात्रा की शुरुआत 21 अक्टूबर 1951 को दिल्ली में हुई । डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी इसके संस्थापक थे। भारतीय जनसंघ का चुनाव चिह्न दीपक था। प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लागू आपातकाल यानी 1975-1976 के बाद जनसंघ सहित भारत के प्रमुख राजनैतिक दलों का विलय कर के एक नए दल जनता पार्टी का गठन किया गया। बाद में1980 में जनता पार्टी टूट गयी और जनसंघ की विचारधारा के नेताओं नें भारतीय जनता पार्टी का गठन किया।
आज बात राजस्थान के बीकानेर की है। बीजेपी कार्यालय शुभारम्भ अवसर से हम रूबरू होने जा रहे है । पहले जनसंघ और बाद में बीजेपी को अपने खुद के कार्यालय का सपना 68 वर्ष बाद पूरा होने जा रहा है यानि बुधवार 11 मई 2022 को राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के मुख्य आतिथ्य और प्रभारी अरुण सिंह, अध्यक्ष सतीश पूनिया और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर जी की गरिमामय मौजूदगी में बीकानेर बीजेपी के कार्यालय के विधिवत शुभारम्भ अवसर के हम साक्षी बनने जा रहे है। है। यह क्षण न सिर्फ यादगार होगा, बल्कि हम जैसे सभी कार्यकर्ताओं के लिए गौरवपूर्ण पल होगा l

बात पार्टी के संघर्ष और विस्तार की करें तो 1952 में विधान सभा चुनाव में राजस्थान में जनसंघ ने अपने बैनर पर चुनाव लड़ा। इस चुनाव में राजस्थान विधान सभा में जनसंघ के 8 विधायक जीत कर पहुंचे। बीकानेर में भी जनसंघ अपने बुते पर मैदान में रहा और अपने विचार को जनता के बीच में रखा । ये राष्ट्रीयवादी संगठन के लिए प्रारम्भ काल था। जिसमे संस्थापक नेताओं ने खूब मेहनत और संघर्ष किया। जनसंघ के नेता जेठमल आचार्य, शेरे चाँद रतन आचार्य,वैद्य मक्खन लाल शास्त्री ,भंवरलाल कोठारी,ओम प्रकाश आचार्य, सोमचंद श्रीमाली,रिखबदास बोड़ा ,ओम झालानी, कृपा चंद सुराणा,हीरालाल मोदी,नारायण सुथार आदि नेताओं ने दीपक को घर घर तक पहुंचाया।
उस समय कांग्रेस का दौर था। कांग्रेस के नेता घमंड में भरकर कहते थे कि हम किसी बिजली के खम्भे को भी चुनाव में खड़ा कर दे तो वो भी जीत जाये। ऐसे हालत भी थे। लेकिन जनसंघ लगातार चुनाव मैदान कांग्रेस से मुकाबला करता रहा।
उस समय मा.सूंदर सिंह भंडारी जी, राजस्थान जनसंघ के प्रदेश महामंत्री थे। इससे पूर्व में भंडारी जी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जोधपुर -बीकानेर संभाग के प्रचारक का दायित्व निभा चुके थे। अतः उनका बीकानेर शहर ,चूरू,हनुमानगढ़ ,श्री गंगानगर में व्यापक सम्पर्क था। इसलिए जनसंघ की स्थापना के बाद इन जिलों में संगठन की इकाइयों का तत्काल गठन हुआ ।
बीकानेर शहर में जहाँ जनसंघ अपने बुते पर चुनाव में मैदान में रही तो देहात में गठबंधन के सहयोगी चुनाव लड़े। शहर में विधानसभा के 1952, 1957,1962 और 1967 तथा 1972 के चुनाव में जनसंघ के उम्मीदवार चुनाव लड़े। मगर जीत हासिल नहीं हुई ,परन्तु लगातार संघर्ष ने जनसंघ के दीपक को घर घर तक पंहुचा दिया। हर चुनाव में पार्टी के मिलने वाले मतों में हो रही बढ़ोतरी ने कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया।

1980 में भारतीय जनता पार्टी बनी और बीकानेर शहर सीट से ओम प्रकाश आचार्य पार्टी के उम्मीदवार बने। इस चुनाव में पार्टी जीत के नजदीक पहुंची, पर पार्टी विजय नहीं हुई। 1993 के विधानसभा चुनाव में बीकानेर शहर से पहली बार बीजेपी को विजय मिली। बीजेपी के उम्मीदवार नन्दलाल व्यास ” नन्दू महाराज ” ने कांग्रेस को करारी शिकस्त दी। इस चुनाव के बाद बीकानेर शहर में बीजेपी का ग्राफ तेजी से बढ़ा। 1998 में सत्यप्रकाश आचार्य ने बीजेपी के सिम्बल से चुनाव लड़ा और 2003 में फिर नन्दलाल व्यास ने। इसके बाद डॉ गोपाल जोशी ने लगातार दो चुनावों में बीजेपी को जीत दिलाई। वही बीकानेर पूर्व सीट से सिद्धि कुमारी ने लगातार तीन जीत दर्ज की। 1996 में बीजेपी के महेंद्र सिंह भाटी ने पहली बार लोकसभा सीट जीती। 2009 से लगातार अर्जुन राम मेघवाल बीकानेर लोकसभा सीट से विजय होते आ रहे है। लूणकरणसर से सुमित गोदारा और नोखा से बिहारी लाल बिश्नोई बीजेपी के प्रतिनिधत्व विधान सभा में कर रहे है। माणिक चंद सुराणा , मक्खन जोशी, एयर कमोडोर बहादुर सिंह, राम सिंह सिंह रोड़ा ,राम किशोर तिवाड़ी , द्वारकादास तिवाड़ी, सम्पत पारीक , गोपाल गहलोत , शशि शर्मा ने बीजेपी के संगठन में विभिन्न दायित्व पर काम किया।

इस दौर में जनसंघ और बाद में बीजेपी ने कई उतार चढाव के दौर भी देखे। प्रदेश में सरकारें भी रही । मगर कार्यालय स्थाई हो, ये सपना ही रहा। जो भी नगर अध्यक्ष या जिला अध्यक्ष बनता ,उसका मकान का एक कमरा कार्यालय के रूप में काम में आता था। चुनाव के समय किराये के मकान से चुनाव का संचालन आम बात थी।
1980 में बीकानेर शहर के तेलीवाड़ा में बीजेपी का कार्यालय खुला , मगर निजी स्थान पर। नगर संगठन के बदलाव के साथ ही फिर से बीजेपी के कार्यालय का स्थान बदला गया । पार्टी के नेताओं के दायित्व के साथ बदलते कार्यालय से कार्यकर्त्ता मायूस रहता था। मगर ये कमी भी अब पूरी होने जा रही है।यानि 11 मई बुधवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राजस्थान के 10 जिलों के कार्यालयों का हनुमानगढ़ से शुभारम्भ करने जा रहे है। जिसमे बीकानेर जिले का कार्यालय भी शामिल है। साथ ही चार जिलों के कार्यालयों का शिलान्यास भी होगा। यह ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण क्षण है।

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