अभिनव न्यूज, नेटवर्क। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित जूनियर एकाउंटेंट व तहसील रेवेन्यू एकाउंटेंट भर्ती परीक्षा पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। ऐसे में परीक्षा दे चुके प्रदेश के हजारों युवाओं को या तो लंबा इंतजार करना पड़ सकता है या फिर दोबारा परीक्षा देनी पड़ सकती है। इधर, युवा राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड से लगातार परिणाम जारी करने की मांग कर रहे हैं। क्योंकि परीक्षा होने के 17 दिन बाद भी इसकी आंसर की जारी नहीं की गई है। यही नहीं, मार्च में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता भी लगने वाली है। लेकिन इन सबके बीच इस भर्ती का मामला न्यायालय में चले जाने से अभ्यर्थियों के सपने अब चूर होते नजर आ रहे हैं।
हाईकोर्ट ने परीक्षा परिणाम पर लगाई अंतरिम रोक
बताया जा रहा है कि भर्ती परीक्षा व आरसेट परीक्षा की आयु सीमा और शैक्षणिक योग्यताएं अलग-अलग थीं। भर्ती परीक्षा में 21 साल से 40 साल के ग्रेजुएट और कम्प्यूटर दक्षता रखने वाले अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं। वहीं आरसेट परीक्षा में 18 से 40 साल के ग्रेजुएट अभ्यर्थी शामिल हुए थे। लेकिन राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने आरसेट परीक्षा के टॉप 15 गुणा अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा में शामिल किया। इससे कई ऐसे अभ्यर्थी इस भर्ती परीक्षा में शामिल हो गए जिनकी उम्र 21 साल से कम है। वहीं उनके पास पूरी शैक्षणिक योग्यता नहीं है। नियुक्ति के समय ऐसे अभ्यर्थी जरूर बाहर हो जाएंगे लेकिन इनकी वज़ह से कई योग्य अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल ही नहीं हो सके। अगर लिखित परीक्षा से पहले ही इनकी स्क्रूटनिंग हो जाती तो कई योग्य अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में शामिल हो सकते थे। इस पर हाईकोर्ट ने इस परीक्षा परिणाम जारी करने पर अंतरिम रोक लगा दी है।