अभिनव टाइम्स | प्रदेशभर में चल रहे सरकारी स्कूल्स में एक हजार को इसी सेशन में अंग्रेजी माध्यम में तब्दील किया जा रहा है। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से प्रपोजल मांगे हैं। ये सभी स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में खोले जा रहे हैं। हालांकि शहरी क्षेत्र में भी नए स्कूल खोलने के प्रस्ताव लिए जा चुके हैं।
शनिवार को शिक्षा निदेशाल ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से महज तीन दिन में प्रस्ताव देने के आदेश दिए हैं। इन प्रस्तावों के आधार पर निदेशालय विद्यालय भवनों की स्थिति और टीचर्स की उपलब्धता के आधार पर नए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल और सामान्य अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने का निर्णय होगा।
इसी सत्र में शुरू होंगे
एक जुलाई से शुरू होने वाले सेशन से ही इन स्कूल्स में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। स्कूल्स के लिए टीचर्स का सिलेक्शन करने काम अभी चल रहा है। नए स्कूल्स के लिए भी टीचर्स इंटरव्यू के आधार पर चयनित किए जाएंगे।
बदल दिए नियम
शिक्षा विभाग ने दो दिन पहले ही महात्मा गांधी स्कूल्स के नियमों में बदलाव किया था। पहले जहां चार हजार की आबादी वाले गांवों में ही महात्मा गांधी स्कूल खुल सकते थे, वहां अब तीन हजार की आबादी पर भी ये स्कूल खुल सकेंगे। इतना ही नहीं अब तो हिन्दी माध्यम स्कूल में ही एक पारी में अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुल जाएंगे। ऐसे में हिन्दी व अंग्रेजी माध्यम दोनों स्कूल अब एक ही परिसर में संचालित हो सकेंगे।