अभिनव न्यूज, नेटवर्क। एसीबी ने मंगलवार को जलदाय विभाग (पीएचईडी) के एसई को 2 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी एक लाख रुपए की रिश्वत पहले ही ले चुका था। आरोपी एसई ने जल जीवन मिशन के तहत ढाई करोड़ रुपए के बिल पास करने की एवज में 5 लाख रुपए की डिमांड की थी। वहीं, ठेकेदारों ने एसीबी की कार्रवाई का ताली बजाकर स्वागत किया। एसीबी डूंगरपुर के डीएसपी रतन सिंह राजपुरोहित के अनुसार 9 दिसंबर को जल जीवन मिशन के ठेकेदार की ओर से शिकायत की गई थी। इसमें बताया कि पीएचडी का एसई अनिल कछवाहा जल जीवन मिशन के तहत 2 करोड़ 50 लाख रुपए के बकाया बिल पास करवाने की एवज में 5 लाख रुपए की मांग कर रहा है। शिकायत पर एसीबी की टीम ने उसी दिन सत्यापन करवाया। इसके बाद 13 दिसंबर को दूसरी बार सत्यापन करवाने पर एसई अनिल ने 1 लाख रुपए की रिश्वत ले ली।
रिश्वत की पुष्टि होने के बाद एसीबी ने मंगलवार को ट्रैप का जाल बिछाया। ठेकेदार को रिश्वत के 2 लाख रुपए की राशि लेकर भेजा। एसई ने रिश्वत की रकम लेकर नवाडेरा स्थित अपने किराए के घर पर बुलाया। रिश्वत की राशि देते ही एसई अनिल ने घर की अलमारी में रख दी। एसीबी की टीम ने दबिश देकर एसई अनिल कछवाहा को रंगे हाथों पकड़ लिया।एसीबी ने किराए के घर में अलमारी में रखी रिश्वत की राशि 2 लाख रुपए बरामद कर लिए। एसई ने 1 लाख रुपए की रिश्वत पहले लेने की बात भी कबूल कर ली। एसीबी की टीम ने आरोपी एसई को रंगे हाथों गिरफ्तार कर उसे जलदाय विभाग के ऑफिस पहुंची। जहां ऑफिस का भी सर्च चलाया गया। एसीबी की टीम आरोपी एसई से पूछताछ कर रही है।जानकारी के अनुसार एसई अनिल 2 लाख रुपए की रिश्वत लेने के बाद जयपुर जाने की फिराक में था, लेकिन इससे पहले एसीबी की टीम पहुंच गई और उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।