कोरोना वायरस | बीते दो साल से कोरोना वायरस से पूरी दुनिया कहर बरपा रखा है. करोड़ों लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. वहीं लाखों लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बाद भी कोरोना के नए-नए वैरिएंट तबाही मचाए हुए है. कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन, मंकीपॉक्स,कॉन्गो वायरस के बाद अब नोरावायरस नाम का नया संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. एक्सपर्ट की मानें तो कोरोना के सभी वैरिएंट में से नोरावायरस सबसे खतरनाक और घातक है.नोरावास बच्चों और बुजुर्गों पर ज्यादा असर डाल रहा है.
नोरावायरस एक ऐसा संक्रमण है जो किसी व्यक्ति के संपर्क में आने या संक्रमित जगह को छूने से फैलता है, लेकिन नोरावायरस स्वस्थ लोगों पर ज्यादा असर नहीं डालता है. बच्चों, बुजुर्गो और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है. यह नया वायरस व्यक्ति के मल और उल्टी के जरिए भी फैलता है.
नोरावायरस के लक्षण
नोरावायरस के शुरुआती लक्षणों की बात करें तो बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, पेट दर्द, उल्टी, इनके प्रमुख लक्षणों में से एक माना जाता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो ऐसे लक्षण आने पर तुरंत अस्पताल में डॉक्टरों से संपर्क करें. या लक्षणों के दिखाई देने पर खुद को क्वारंटीन करें।
नोरावायरस से बचाव के उपाय
नोरावायरस छूने और संक्रमित जगहों पर जाने से फैलता है. ऐसे में दूषित जगह को साफ करने के लिए ब्लीच और गर्म पानी का इस्तेमाल करें और आप चाहें तो ब्लीच बेस्ड सेनिटाइजर का उपयोग करें. कुछ भी खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं. रिकवरी के बाद भी कम से कम 48 घण्टों तक खुद को किसी के संपर्क में खुद को न आने दें. फिलहाल संक्रमित लोगों को आराम करना ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए.
कॉन्गो फीवर क्या है
कॉन्गो वायरस के लक्षण अरब देश इराक में पाया गया है. इराक में पाए गए इस नए प्रकार के बुखार को कॉन्गों फीवर का भी नाम दिया गया है. हालांकि, इस नए बीमारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन भी सक्रिय है. रिपोर्ट के अनुसार, ये बताया जा रहा है कि ये एक प्रकार के वायरस से होने वाली बीमारी है. दावा किया जा रहा है कि एक तरह के कीड़े के काटने की वजह से फैलता है. हालांकि, इसकी आधाकिरक पुष्टि नहीं हुई है.