अभिनव न्यूज, बीकानेर। बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में आयोजित हो रही तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी के तीसरे दिन के समापन समारोह के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. रविन्द्र मंगल, पूर्व कुलपति, आएनबी ग्लोबल विश्वविद्यालय, बीकानेर एवं पूर्व प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय नोखा, महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित उपस्थित रहे। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने बताया कि आज इस कार्यशाला के समापन समारोह पर विद्यार्थियों ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण, वैज्ञानिक अर्न्तदृष्टि और रचनात्मकता के साथ विज्ञान व भौतिकी में अभिरूचि को दर्शाते हुए विभिन्न मॉडलों के बारे में बताया। विज्ञान प्रदशर्नी के समापन अवसर पर भी सीनियर सैकण्डरी स्तर के लगभग 500 से अधिक विद्यार्थियों ने इस प्रदशर्नी का अवलोकन किया। इस दौरान विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के अलावा दर्जनों अभिभावकों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए महाविद्यालय के विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
समापन समारोह के दौरान डॉ. रविन्द्र मंगल ने बताया कि विज्ञान की भूमिका मानव कल्याण की है, परन्तु विज्ञान के प्रयोग में यदि संवेदना शामिल न हो तो इसकी भूमिका नकारात्मक भी प्रकाश में आती है। डॉ. मंगल ने इस अवसर पर विद्यार्थियों से न केवल प्रश्नोत्तरी के माध्यम से विभिन्न मॉडलों के बारे में पूछा बल्कि स्वयं उनसे जुड़ी विभिन्न रोचक जानकारियां विद्यार्थियों को भी दी। समापन के दौरान उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए विभिन्न आकर्षक एवं महत्वपूर्ण मॉडलों की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साहवर्द्धन भी किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष रामजी व्यास ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि विज्ञान को विध्वंसकारी ताकतों से बचाया जाना चाहिए। विज्ञान की भूमिका मानवता के कल्याण में बहुत बड़ी है। उन्होंने कहा कि भारत वैज्ञानिक चिन्तन की परम्परा का देश है। महाकाव्यों में वैज्ञानिक उन्नति के प्रमाण मिलते हैं। व्यास ने इस कार्यशाला में विभिन्न यंत्रों एवं मॉडलों को गतिमान बनाने के लिए विद्यार्थियों को दिए गए मार्गदर्शन हेतु महाविद्यालय के शैक्षणिक स्टाफ सदस्यों की प्रशंसा करते हुए भविष्य में निरन्तर ऐसे कार्यक्रमों को करने हेतु शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष रामजी व्यास एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित द्वारा अतिथि को स्मृति चिह्न भेंट कर आभार भी प्रकट किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ सदस्य डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश पुरोहित, डॉ. रोशनी शर्मा, श्री वासुदेव पंवार, श्रीमती माधुरी पुरोहित, श्रीमती प्रभा बिस्सा, सौरभ महात्मा, विकास उपाध्याय, अंतिमा शर्मा, श्रीमती प्रियंका आचार्य, अजय स्वामी, श्रीमती शालिनी आचार्य, श्रीमती प्रेमलता व्यास, जया व्यास, डॉ. नमामिशंकर आचार्य, हितेश पुरोहित, पंकज पाण्डे, श्री गुमानाराम जाखड़, श्रीमती दीपिका जांगिड़, खुशबू शर्मा, श्रीमती कृष्णा व्यास, शिवशंकर उपाध्याय, राजीव पुरोहित आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।